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Ravichandran Ashwin ने कपिल देव का पछाड़ा, जडेजा के लिए कही ये बात

Ravichandran Ashwin ने कपिल देव का पछाड़ा, जडेजा के लिए कही ये बात

 

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारत के पूर्व कप्तान दिग्गज कपिल देव को पीछे छोड़ दिया है। रविचंद्रन अश्विन 435 टेस्ट विकेटों के साथ कपिल देव को पछाड़ा है। रविचंद्रन अश्विन ने रविवार को मोहाली में श्रीलंका के साथ मैच खेलते हुए कपिल देव के 435 टेस्ट विकेटों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा है। भारत के अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन अब अनिल कुंबले से पीछे टेस्ट इतिहास में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। अनिल कुंबले ने टेस्ट में 619 विकेट लिए हैं।

श्रीलंका के साथ मैच खेलने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया। अश्विन ने लिखा, 28 साल पहले मैं महान कपिल देव को उनके विश्व रिकॉर्ड विकेट हासिल करने के लिए उत्साहित था। मेरे मन में इस बात का जरा सा भी ख्याल नहीं था कि मैं ऑफ स्पिनर बनूंगा और अपने देश के लिए खेलूंगा और यहां तक ​​कि विकेटों के दिग्गज खिलाड़ी से आगे निकल जाऊंगा। अश्विन आगे लिखा कि इस खेल ने मुझे अब तक जो कुछ दिया है। मैं उससे खुश और बहुत आभारी हूं। 

रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए खेलते हुए भारत के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने अपने 85 वें मैच में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले कपिल देव ने 131 मैच खेलकर यह उपलब्धि हासिल की थी। बात अनिल कुंबले की करें तो अनिल ने टेस्ट में 619 विकेट लिए हैं और भारत के विकेट चार्ट में सबसे ऊपर हैं। अनिल कुंबले ने 132 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी। अश्विन ने श्रीलंका की दूसरी पारी के दौरान पथुम निसानका का विकेट लेने के बाद कपिल देव की बराबरी की। उसके बाद चेरित असलांका को आउट करने के बाद अश्विन ने अपना 435वां विकेट हासिल किया। 

अश्विन ने शानदार प्रदर्शन करने वाले रवींद्र जडेजा की तारीफ की। अश्विन कहा कि पिछले चार-पांच सालों में उन्होंने वास्तव में काफी लंबा सफर तय किया है। मुझे लगता है कि जडेजा जिस तरह से वह वक्त बल्लेबाजी कर रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी एक पायदान ऊपर जा चुकी है। 

अश्विन ने कहा कि हम दोनों ने जयंत यादव के लिए गेंदबाजी कुर्बान की। उन्होंने कहा, बीच में हम दोनों ने महसूस किया कि जयंत ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है जो हमारा तीसरा स्पिनर है, उसके लिए उसकी देखभाल करना महत्वपूर्ण था। जड्डू ने फैसला किया कि वह अपने ओवरों को छोड़ देंगे और उन्हें उस एंड से जाने देंगे जहां उसे मदद मिल रही थी। फिर मैंने अपना एंड छोड़ दिया। जड्डू पहले गेंद को छोड़ने के लिए काफी उदार थे। 

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