दिल्ली (Delhi) के राजपथ (Rajpath) का नया नाम अब 'कर्तव्य पथ' (Kartavya Path) होगा। बुधवार को हुई NDMC की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। खास बात यह है कि 26 जनवरी परेड की गवाह बनने वाले राजपथ का नाम पहले किंग्सवे हुआ करता था। यहां गणतंत्र दिवस पर परेड विजय चौक से इंडिया गेट तक की दूरी को तय करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार शाम को नए राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का शुभारंभ करेंगे। अब नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक जाने वाली सड़क और पूरा इलाका देशभर में कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री आवास मार्ग का नाम भी रेस कोर्स रोड से बदलकर लोक कल्याण मार्ग (Lok Kalyan Marg) कर दिया गया था।
इसलिए बदला गया नाम?
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने राजपथ के नाम बदलने के विचार पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि, 'हम आजादी के बाद से औपनिवेशिक मानसिकता को आगे बढ़ाते आ रहे हैं। राजपथ दिखाता है कि आप राजा के लिए यहां आए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav) मना रहा है। ऐसे में हमें साम्राज्यवादी नीतियों, प्रतीकों को पूरी तरह से खत्म करना होगा। इसलिए राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ रखा गया है।'
खास बात यह है कि 15 अगस्त को दिए भाषण में पीएम मोदी ने औपनिवेशिक मानसिकता को दिखाने वाले चिह्नों को पूरी तरह से खत्म करने की बात पर जोर दिया था। केंद्र सरकार की सेंट्रल विस्टा (Central Vista) को लेकर तैयार की गई वेबसाइट के मुताबिक, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में राजपथ और इंडिया गेट लॉन्स शामिल हैं।
राजपथ का इतिहास
ऐतिहासिक राजपथ मार्ग राष्ट्रपति भवन से विजय चौक और इंडिया गेट तक जाता है और पुराना किले पर जाकर खत्म होता है। 20वीं सदी की शुरुआत में इसका नाम किंग जॉर्ज पंचम के नाम पर किंग्सवे (Kingsway) कर दिया गया था। वह साल 1911 में दिल्ली दरबार के दौरान दिल्ली आए थे और कलकत्ता की जगह दिल्ली को राजधानी बनाया गया था।
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