विपक्ष की जाति-आधारित राजनीति की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आरोप लगाया कि कुछ लोग अपने निहित स्वार्थों के लिए समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ पर गुजरात के वडताल में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अपने "राष्ट्रीय दुश्मनों" के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जाति, धर्म, भाषा, ऊंच-नीच, पुरुष-महिला, गांव-शहर के आधार पर समाज को बांटने की साजिश चल रही है। यह जरूरी है कि हम राष्ट्रीय दुश्मनों के इस प्रयास की गंभीरता को समझें, संकट को समझें और हम सभी को मिलकर ऐसी हरकत को हराना है।"
प्रधानमंत्री की यह चेतावनी कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष की जाति जनगणना की मांग के बीच आई है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर अपना हमला तेज करते हुए उस पर जाति और धर्म के आधार पर दरार पैदा करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र चुनाव के लिए प्रचार करते हुए पीएम मोदी ने "एक हैं, तो सुरक्षित हैं" का नारा दिया था।
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