होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

पाकिस्तान के बिगड़े हालात, दाल और दूध के पड़े लाले, PM Imran Khan पर लगे बड़े आरोप 

पाकिस्तान के बिगड़े हालात, दाल और दूध के पड़े लाले, PM Imran Khan पर लगे बड़े आरोप 

 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही है। पीएम इमरान खान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान में विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव की मांग को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पहले ही मुश्किल में चल रहे हैं। इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर बड़े आरोप आगाए हैं। 

शहबाज़ शरीफ एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल के साथ दिए अपने इंटरव्यू में इमरान खान पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को रियासतें मदीना बनाने की बात करते हैं लेकिन वह खुद अपने घर में "हराम काम" यानी जादू-टोना करते हैं।    

शहबाज़ शरीफ ने आगे कहा कि मैं बिना किसी खौफ के कह रहा हूं कि इमरान खान के घर में मुर्गियों के गोश्त को जलाया जाता है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ पाकिस्तान में लोगों को दाल तक खाने को नहीं मिल रही है। रोटी-रोटी के लिए लोग तरस रहे हैं, बच्चों दूध को नहीं मिल रहा है वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान के घर में जादू टोने के लिए मुर्गी का गोश्त जलाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं इस बात को बड़ी जिम्मेदारी से कह रहा हूं।

इसके साथ ही शहबाज खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी पर भी बड़े आरोप लगाए हैं। शरीफ से जब पूछा गया कि इस बात का उनके पास इसके कोई सुबूत हैं तो शहबाज शरीफ ने कहा कि मेरी इस बात की ये लोग इनकार नहीं कर सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की वर्तमान पत्नी बुशरा को लेकर भी इस तरह की बातें सामने आई थीं। उन पर आरोप लगा था कि इमरान खान पत्नी बुशरा से बिना पूछे कोई काम नहीं करते हैं।  

वहीं, आपको बता दे कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार को बचाने के लिए बड़ा दांव चला है। पाकिस्‍तानी संसद के नेशनल असेंबली की कार्यवाही को 28 मार्च यानी सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। पाकिस्‍तानी संसद के स्पीकर ने कहा कि एक सांसद की मौत हो गई है। जिसकी वजह से संसद की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है। वहीं विश्लेषकों का कहना है कि इमरान खान अपनी सरकार को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा समय चाहते थे, यही वजह है कि कार्रवाई को स्थगित किया गया है।

यह भी पढ़ें- श्रीलंका की इकॉनमी पस्त, छात्रों की किताबें तक छपनी हुई मुश्किल


संबंधित समाचार