हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की जयराम ठाकुर सरकार (Jairam Govt) के खिलाफ विधानसभा में कांग्रेस (Congress) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) पर गुरुवार को चर्चा की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने इस पर कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस कांग्रेस के 22 विधायकों और माकपा के एकमात्र विधायक ने दिया है जिस पर चर्चा कराए जाने की मंजूरी दे दी गई है।
परमार ने आगे कहा कि गुरुवार को सुबह 11 बजे राज्य विधानसभा में इस पर चर्चा शुरू होगी और दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री ठाकुर प्रस्ताव पर अपना जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि, 'नोटिस में यह कहा गया है कि मंत्रिपरिषद में सदन अविश्वास व्यक्त करता है क्योंकि सरकार अब तक सभी मोर्चों पर विफल रही है।' वहीं, इस पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri), हर्षवर्धन चौहान (Harshvardhan Chauhan), आशा कुमार (Asha Kumar) और राम लाल (Ramlal) सहित कई विधायकों ने कहा कि चर्चा के लिए निर्धारित किया गया समय बहुत कम है।
भाजपा के समर्थन में 68 विधायक
अग्निहोत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं जबकि 68 सदस्यीय सदन में है, कांग्रेस के पास 22 विधायक हैं। दो निर्दलीय और माकपा के पास एक विधायक हैं। नोटिस पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर बुधवार को कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच अध्यक्ष ने दोपहर साढ़े तीन बजे सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया था।
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