दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसे हम खुद चुनते हैं। जब हम दुनिया में आते हैं तो हमें सारे रिश्ते बने हुए मिलते हैं, जैसे- मम्मी, पापा, भाई, बहन आदि। लेकिन सिर्फ एक रिश्ता है जो हम खुद बनाते हैं, वो ही रिश्ता आपका भविष्य तय करता है, क्योंकि हम अपनी पूरी युवावस्था उसी के साथ बिताते हैं। एक दोस्त ही होता है जिस पर मनुष्य इस बदलती दुनिया में भरोसा कर सकता है। इसलिए दोस्तों के प्रति प्रशंसा और अपना स्नेह दिखाने के लिए हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जाता है।
जानें राष्ट्रीय मित्रता दिवस का इतिहास
करीब 100 से अधिक सालों पहले लोग अपने दोस्तों को यह दिखाने के लिए कि वे उनकी कितनी परवाह करते हैं उन्हें कार्ड भेजा करते थे, राष्ट्रीय मित्रता दिवस पिछली शताब्दी में ही रूपांतरित और विकसित हुआ। दरअसल, साल 1910 में हॉलमार्क कार्ड कंपनी शुरू होने के एक दशक से भी कम समय के बाद, इसके संस्थापक जॉयस हॉल लोगों को ज्यादा से ज्यादा ग्रीटिंग कार्ड भेजने के लिए प्रोत्साहित करने के रचनात्मक तरीके ढूंढने का काम कर रहे थे। ऐसे में मदर्स डे, फादर्स डे और स्वीटेस्ट डे की तरह 1919 में फ्रेंडशिप डे शुरू करने का विचार आया। 1922 तक, यह विचार ग्रीटिंग कार्ड एसोसिएशन में लाया गया और यह काफी फैल गया।
1935 तक, यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस ने भी इसे अपना लिया और अगस्त का पहला रविवार को राष्ट्रीय मैत्री दिवस मनाने की घोषणा कर दी। हालांकि, 1940 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रीय मित्रता दिवस की लोकप्रियता थोड़ी कम हो गई, शायद वैश्विक घटनाओं की वजह से ऐसा हुआ हो। कुछ सालों बाद यानी 2011 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस को मान्यता दे दी। जो कि राष्ट्रीय मित्रता दिवस की तुलना में कुछ दिन पहले ही मनाया जाता है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कैसे शुरू हुआ, दोस्ती के दिन को मनुष्यों के बीच दोस्ती के बंधन को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए मनाया जाता है। आज दुनिया के दबावों का सामना करते समय एकजुटता की साझा भावना सबसे ज्यादा जरूरी है।
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