Morocco Earthquake: अफ्रीकी देश मोरक्को में शुक्रवार देर रात भूकंप के तेज झटके से 632 लोगों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक 6.8 की तीव्रता के भूकंप से ऐतिहासिक मराकेश शहर से लेकर एटलस पर्वत पर स्थित गांवों तक कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। देश के गृह मंत्रालय ने शनिवार तड़के बताया कि भूकंप के कारण कम से कम 632 लोगों की मौत हो गई है और 329 घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मोरक्को में भीषण भूकंप के कारण भारी जानमाल की क्षति पर अफसोस जताया और कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत अफ्रीकी देश मोरक्को को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।
Extremely pained by the loss of lives due to an earthquake in Morocco. In this tragic hour, my thoughts are with the people of Morocco. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover at the earliest. India is ready to offer all possible assistance to…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2023
बता दें कि भूकंप के झटके से सैकड़ों मकान मलबे में दबे गए। भूकंप का केंद्र मोरक्का के मराकेश शहर से 71 किलोमीटर दूर बताया गया। मोरक्को में भूकंप की यह कोई पहली घटना नहीं है। 2004 में आए भूकंप ने मोरक्को में जो तबाही मचाई वो इतिहास में दर्ज हो गई। फिलहाल घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
हर संभव मदद को भारत तैयार: पीएम मोदी
वहीं भारत की अध्यक्षता में शनिवार यानी आज से शुरू हो चुके G20 शिखर सम्मेलन को संबोधित कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी देश मोरक्को में आए भीषण भूकंप का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया मोरक्को के साथ है, हम हर संभव मदद करने को तैयार हैं। मोरक्को में शुक्रवार रात आए भीषण भूकंप का वीडियो लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, जिनमें इमारतें ढहकर मलबे में बदली दिखाई दे रही हैं और चारों तरफ धूल नजर आ रही है। मोरक्को के ऐतिहासिक शहर मराकेश के चारों ओर बनी प्रसिद्ध लाल दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मराकेश यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन) के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है।
देर रात आए 7.0 तीव्रता वाले भूकंप ने मचाई है मोरक्को में तबाही
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने बताया कि रात 11 बजकर 11 मिनट पर आए भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.8 थी। इसके बाद भूकंप बाद के झटके कई सेकंड तक जारी रहे। मोरक्को के राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी एवं चेतावनी नेटवर्क ने रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता सात मापी। अमेरिकी एजेंसी ने 19 मिनट बाद 4.9 तीव्रता का भूकंप के बाद का झटका आने की सूचना दी। यह मोरक्को में आया अब तक का सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है। उत्तरी अफ्रीका के इस देश में भूकंप अपेक्षाकृत कम आते हैं, लेकिन 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी। शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण में एटलस पर्वत की चोटी पर था। यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 18 किलोमीटर गहराई में था, जबकि मोरक्को की एजेंसी के मुताबिक, इसका केंद्र आठ किलोमीटर गहराई में था। ‘पुर्तगीज इंस्टीट्यूट फॉर सी एंड एटमॉस्फियर’ और अल्जीरिया की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, भूकंप के झटके पुर्तगाल और अल्जीरिया तक महसूस किए गए।
बता दें कि 19 साल पहले मोरक्को के अल होसिमा में आए भूकंप में 628 लोगों ने जान गंवाई 926 घायल हुए। सैकड़ों बेघर हुए। सरकार पर मदद न करने के आरोप लगे। जहां भूकंप आया वहां प्रदर्शन हुए। विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हालात इस कदर बुरे थे कि तबाही के बीच स्थानीय लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर थे। मदद के लिए मोरक्को पहुंचे विदेशी मददगारों ने भी सरकार की आलोचना की और उन पर राहत न पहुंचाने में लापरवाही की आलोचना की। उस घटना में मोरक्को की सरकार ने 571 लोगों के मरने और 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि की, जबकि आंकड़ा कहीं ज्यादा था। सर्च खत्म होने के बाद यूरोपीय बचावकर्ताओं ने लोगों को मदद पहुंचानी शुरू की।