Maharashtra: मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद एक्शन मोड में नजर आए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पहली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने पहला हस्ताक्षर मुख्यमंत्री राहत कोष की फाइल पर किया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा- "आज मैंने जो पहला साइन किया है, वह यह है कि मैंने मुख्यमंत्री राहत कोष से बोन मैरो ट्रांसप्लांट ट्रीटमेंट के लिए एक मरीज को 5 लाख रुपये देने का फैसला लिया"।
गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में एक घंटे के भीतर हुई पहली कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने 'मुख्यमंत्री राहत कोष' की फाइल पर हस्ताक्षर करते हुए पुणे के मरीज चंद्रकांत शंकर कुरहाड़े की पत्नी को मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से पांच लाख रुपये की सहायता देने का निर्देश दिया।
दरअसल चंद्रकांत कुरहाड़े की पत्नी ने आस्थि मज्जा प्रत्यारोपण (Bone Marrow Transplant ) के लिए मुख्यमंत्री रात कोष से वित्तीय सहायता का अनुरोध किया था।
सीएम देवेंद्र फडणवीस- जब अपेक्षाएं बड़ी होती है तो चुनौती भी बड़ी होती है
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, जिस तरह का समर्थन इस बार हमें मिला है, मैं मानता हूं कि निश्चित रुप से उस जनादेश का दबाव है, लोगों के प्यार का दबाव है और मैं इसे महसूस करता हूं। जब अपेक्षाएं बड़ी होती है तो चुनौती भी बड़ी होती है, क्योकि लोगों को आपसे अपेक्षाएं होती हैं, तो निश्चित रुप से मुझ पर दबाव है और जहां तक फिस्कल डिसिप्लिन का सनाल है, हमें निश्चित रुप से इस पर काम करना होगा, क्योंकि हमने बहुत महत्वकांक्षी योजना बनाई है।
महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र
कैबिनेट विस्तार और मंत्रालयों के बंटवारे से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री बोले- किसे क्या मंत्रालय मिलेगा, यह तीनों मिलकर तय करेंगे और यह अंतिम चरण में है। पिछली सरकार में मंत्रियों के काम का आकलन किया जा रहा है और उसी आधार पर आगे का फैसला लिया जाएगा।
वहीं 7, 8 और 9 दिसंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र होगा। 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा शीतकालीन सत्र से पहले सभी मंत्रियों की शपथ कराकर पोर्टफोलिया बांट दिए जाएंगे। उन्होंने कहा- सबको साथ लेकर चलने वाली सरकार आपको देखने मिलेगी, अगर समस्याएं आएंगी तो हम लोग मिलकर रास्ता निकालकर महाराष्ट्र को आगे बढ़ाएंगे।
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उनके साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और NCP नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसके बाद तीनों नेता मंत्रालय आए और महापुरुषों की तस्वीरों पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शपथ ग्रहण के एक घंटे के भीतर ही महायुति सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें सीएम ने मुख्यमंत्री राहत कोष पर साइन किए।
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