ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग के आरोपियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी सचिन असदुद्दीन ओवैसी के हर पॉलिटिकल स्पीच को फॉलो करता है। सचिन ने ही ओवैसी पर गोली भी चलाई है। पुलिस का दावा है कि जब असदुद्दीन ओवैसी मेरठ में जनसभा कर रहे थे तब वहां दोनों आरोपी भी मौजूद थे।
पुलिस ने यह भी कहा है कि बीते कई दिनों से आरोपी असदुद्दीन ओवैसी का पीछा कर रहे थे। हमले की पूरी प्लानिंग आरोपियों ने तैयार की थी। यह अचानक किया गया हमला नहीं है। आरोपी पहले मेरठ गए फिर वापस लौटते वक्त टोल पर मौका देखकर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाले आरोपी सचिन ने कहा है कि वह असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के भाषणों से बेहद नाराज था। दोनों भाई उसकी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सचिन ने कुछ दिन पहले ही हथियार खरीदा था।
दोनों आरोपियों के साथ पूछताछ करने वाले एक अधिकारी ने कहा है कि दोनों वैचारिक तौर पर बेहद कट्टर हैं। आरोपियों ने खुद को सनकी भी बताया है। पुलिस के साथ हुई पूछताछ में यह बात भी साफ हो गई है कि हमले की प्लानिंग अचानक नहीं है। आरोपियों का प्लान था कि हमले को अंजाम देकर सीधे पुलिस स्टेशन जाएंगे जिससे भीड़ से बच सकें।
पुलिस के मुताबिक सचिन नोएडा के बादलपुर इलाके का रहने वाला है। सचिन ने एलएलएम किया है। पहले भी भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत इसके खिलाफ एक केस चल रहा है। पढ़ाई के दावे को लेकर पुलिस वेरिफाई करने में जुटी है। दूसरा आरोपी सहारनपुर का रहने वाला है। वह खेती करता है, उसका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है। सहारनपुर पुलिस ने इसे क्रॉस वेरिफाई भी किया है।
पुलिस के साथ हुई पूछताछ में आरोपियों ने कहा है कि दोनों ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से बेहद नाराज थे। फेसबुक, ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आरोपी असदुद्दीन ओवैसी के भाषणों को सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे। दोनों के पास से कंट्री मेड मुंगेर टाइप पिस्टल बरामद हुई है। आरोपियों ने हाल ही में एक शख्स से खरीदा था। दो लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिनसे हथियार खरीदा गया है।
यह भी पढ़ें- असदुद्दीन ओवैसी को Z श्रेणी की सुरक्षा मिलने का रास्ता साफ, मेरठ से लौटते समय कार पर हुई थी फायरिंग