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जानें हरियाणा दिवस का इतिहास और कब कौनसा जिला बना

जानें हरियाणा दिवस का इतिहास और कब कौनसा जिला बना

 

1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर हरियाणा देश का 17वां राज्य बना। हरियाणा के पहचान पहले रेतीले और कीकर के जंगलों तक ही सीमित थी। तमाम उतार-चढ़ाव के बाद हरियाणा को आज 55 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दिन वर्षों पहले देश के विभिन्न राज्यों का भाषा के आधार पर पुनर्गठन करने का फ़ैसला लिया गया था। 1 नवंबर के दिन साल 1956 से लेकर साल 2000 तक भारत के छह अलग-अलग राज्यों का जन्म हुआ। इसमें मध्य-प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक और केरल शामिल हैं। ये छह राज्य एक ही दिन अपना स्थापना दिवस मनाते हैं। इन छह राज्यों के अलावा साल 1956 में 1 नवंबर के दिन ही देश की राजधानी दिल्ली को भी केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पहचान दी गई थी।

युनानियों, मध्य एशियाईओं, अफ़ग़ानियों और ईरानियों के लिए ऐतिहासिक तौर पर भारतीय उपमहाद्वीप का प्रवेश-द्वार रहे पंजाब स्वतंत्रता के बाद बड़े राज्य के रुप में संगठित था, राज्यों के पुनर्गठन पर फैसला लिया जा रहा था, तब पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश का कुछ हिस्सा (वर्तमान में) और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ इसके हिस्सा थे। लेकिन सन 1950 से भाषायी  (पंजाबी,हिंदी,पहाड़ी) आधार पर उठी राज्यों की मांग के चलते 'पंजाब पुनर्गठन विधेयक, 1966' के अनुसार 1 नवंबर, 1966 को 'हरियाणा' राज्य के रूप में एक नये राज्य का उदय हुआ। अब पंजाबी भाषी सिक्ख पंजाब, हिंदी भाषी हिंदू हरियाणा का हिस्सा बन गए। जहां पहाड़ी बोली जाती थी, उस भाग को हिमाचल प्रदेश में मिला दिया गया। पुनर्गठन के समय चंडीगढ़ पर हरियाणा और पंजाब, दोनों ने ही अपना अधिकार जताया। इसलिए, चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया जो कि दोनों राज्यों की राजधानी के रूप में जाना जाता है। वहीं, हरियाणा दिवस के मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कई योजनाओं का शुभारंभ किया। 

जानें कब कौन सा जिला बना

रोहतक, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, हिसार, जींद, अंबाला और करनाल: 1 नवंबर, 1966 
सोनीपत, भिवानी: 22 दिसंबर, 1972
कुरुक्षेत्र: 23 जनवरी, 1973
सिरसा: 26 अगस्त, 1975
यमुनानगर, रेवाड़ी, पानीपत, कैथल: 1 नवंबर, 1989 
पंचकूला: 15 अगस्त, 1995
फरीदाबाद: 15 अगस्त, 1997 
झज्जर, फतेहाबाद: 15 जुलाई, 1997 
नूंह: 4 अप्रैल, 2005
पलवल: 15 अगस्त, 2008
चरखी दादरी: 1 दिसंबर,  2016

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