पंजाब: कोरोना के चलते लंबे समय से बंद गुरदासपुर में करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को आज श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया गया है। इसी के साथ आज गुरु नानक देव की जयंती (Guru Nanak Jyanti) समारोह के लिए अमृतसर से सिख तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना करने की तैयारी बड़े जोरो-शोरो से की जा रही है। इस अवसर पर एक श्रद्धालु ने बताया कि, “कोविड (Covid19) के चलते ये लगभग डेढ़ साल से बंद था। लोग भी कॉरिडोर के खुलने का इंतज़ार कर रहे थे। हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं।” वहीं, एक अन्य तीर्थयात्री ने कहा, "करतारपुर जाने के लिए हम बहुत खुश हैं। हम सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने इसे फिर से खोल दिया है।"
जानकारी के लिए बता दें कि वीजा मुक्त 4.7 किलोमीटर का गलियारा भारतीय सीमा को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है। यह 2019 में शुरू किया गया था और इसका उद्घाटन पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) द्वारा किया गया था। करतारपुर के फिर से खुलने से पाकिस्तान में गुरु नानक के अंतिम विश्राम स्थल पर जाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं, मुख्य रूप से सिखों (Sikh) को बेहद मदद मिलेगी। वैकल्पिक रूप से, अब तक श्रद्धालु अटारी-वाघा सीमा (Atari-Wagha Border) से होते हुए गुरुद्वारा जा रहे थे, जिसके लिए वीजा की जरूरत पड़ती है।
गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात कर गलियारे को फिर से खोलने की अपील की थी। इस मामले में भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा समेत राज्य के करीब 11 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली पीएम मोदी (PM Modi) के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान उन सभी नेताओं ने पीएम मोदी को गुरु नानक देव (Guru nanak Dev) जी के अनुयायियों की भावनाओं से अवगत कराया था। जिसके बाद पीएम ने उन सभी नेताओं को कॉरिडोर खोलने का आश्रवाशन दिया था।
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