विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) और केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) दोनों करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur corridor) को दोबारा से खोलने पर विचार कर रहे हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक, करतारपुर कॉरिडोर को कोविड-19 (Covid-19) महामारी के मद्देनजर बंद कर दिया गया था। संभावना जताई जा रही है कि अब एक फिर से करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी।
बता दें कि वीजा मुक्त 4.7 किलोमीटर का गलियारा भारतीय सीमा को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है। यह 2019 में शुरू किया गया था और इसका उद्घाटन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा किया गया था। करतारपुर के फिर से खुलने से पाकिस्तान में गुरु नानक के अंतिम विश्राम स्थल पर जाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं, मुख्य रूप से सिखों को बेहद मदद मिलेगी। वैकल्पिक रूप से, फिलहाल श्रद्धालु अटारी-वाघा सीमा से होते हुए गुरुद्वारा जा रहे हैं, जिसके लिए वीजा की जरूरत पड़ती है।
जानकारी के मुताबिक, कॉरिडोर खोलने का फैसला गुरुपर्व से पहले यानी 19 नवंबर को आ सकता है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। विशेष रूप से पंजाब के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की और गलियारे को फिर से खोलने की अपील की थी। इस मामले में भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा समेत राज्य के करीब 11 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली पीएम मोदी (PM Modi) के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान उन सभी नेताओं ने पीएम मोदी को गुरु नानक देव (Guru nanak Dev) जी के अनुयायियों की भावनाओं से अवगत कराया। बता दें कि गुरु नानक देव की जयंती ( Guru Nanak Jyanti) पर 19 नवंबर को गुरु पर्व के रूप में मनाई जाएगी।
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