कर्नाटक (Karnataka) में मंदिर-मस्जिद (Temple-Mosque) को लेकर बहस छिड़ी हुई है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदू समूहों ने दावा किया है कि मांड्या जिले (Mandya District) में जामा मस्जिद (JAMA Masjid) एक प्राचीन हनुमान मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। समूहों ने अब चार मांगें उठाई हैं।
क्या हैं चार मांगें
* मस्जिद के अंदर हिंदू प्रतीकों को नष्ट करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
* जामिया मस्जिद में मदरसा और खाना बनाना प्रतिबंधित हो।
* भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा मस्जिद के अंदर एक वीडियो सर्वेक्षण किया जाना चाहिए।
* हिंदुओं को स्मारक के अंदर पूजा करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
शनिवार को जामिया मस्जिद की ओर मार्च करने का प्रयास करने वाले वीएचपी और बजरंग दल के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। क्योंकि, इन्होंने 'श्रीरंगपटना चलो' अभियान के तहत जमा मस्जिद में पूजा करने का ऐलान किया था। प्रशासन ने 'श्रीरंगपटना चलो' अभियान के मद्देनजर शनिवार को धारा 144 लागू कर दी थी।
घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक ने कहा, प्रदर्शनकारियों को रोकना सही नहीं है। आपको उन लोगों को रोकना चाहिए जिन्होंने जगह पर अतिक्रमण किया है और इसे मदरसे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और स्मारक के अंदर नमाज अदा कर रहे हैं। पुरातात्विक विभाग ने एक बोर्ड लगाया है जिसमें मस्जिद में प्रवेश नहीं करने की बात कही गई है, लेकिन इसके बावजूद वे इसमें प्रवेश कर रहे हैं। हमें विरोध करने का अधिकार है, यह हमारा मंदिर है। आज भी उस स्थान पर एक तालाब और गणेश की मूर्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार, 1786-87 में टीपू सुल्तान द्वारा निर्मित जामिया मस्जिद को मस्जिद-ए-आला भी कहा जाता है। यह श्रीरंगपटना किले के अंदर स्थित है। बता दें कि मस्जिद को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब 20 मई को विहिप और बजरंग दल ने मांड्या जिला आयुक्त (डीसी) को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की कि जामिया मस्जिद में ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर सच्चाई उजागर करने के लिए एक सर्वेक्षण किया जाए।
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