कोरोना संक्रमण (Coronavirus) को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने डोर-टू-डोर कैंपेन (Door-to-Door Campaign) को बंद कर दिया है। इसी के साथ उन्होंने अपने 25 मिनट के कार्यक्रम की अवधी को कम करते हुए इसे महज 5 मिनट कर दिया है। दरअसल, यह फैसला इसलिए लिया गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ बढ़ने से कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines) का उल्लंघन हो रहा था।
बता दें कि हाल ही में अमित शाह ने यूपी के कैराना (Kairana) में डोर-टू-डोर प्रचार किया था। इसके बाद वह शनिवार को देवबंद में प्रचार के लिए पहुंचे। बता दें कि कैराना में कैंपेन को लेकर विपक्ष समेत आमजन की सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रया सामने आ रही थी। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह के पर्चे बांटने को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि बीजेपी (BJP) कोरोना बांट रही है। इसके साथ ही लोगों ने भी सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी तीखी प्रतिक्रया दी थी।
देवबंद में था कैंपेन
गृहमंत्री शनिवार को यूपी के देवबंद में कैंपेन करने के लिए पहुंचे थे। जैसे ही भाजपा के लिए प्रचार करते हुए शाह देवबंद के MBD चौक पर पहुंचे। वहां अचानक भीड़ बढ़ने लगी। ऐसे में अमित शाह ने अब प्रचार के दौरान एहतियात बरतते हुए फैसला लिया है कि वह चुनाव प्रचार के लिए अब वह घर-घर जाकर अभियान नहीं चलाएंगे।
'गाइडलाइन का पालन जरूरी'
इस सिलसिले में सहारनपुर के IIMT कॉलेज में अमित शाह ने कहा कि 'कोविड -19 के कारण कुछ दिशा-निर्देशों का हमें पालन करना चाहिए। मैं देवबंद गया, लेकिन भारी संख्या में लोगों के आने की वजह से मुझे देवबंद और मुजफ्फरनगर में अपना कार्यक्रम बीच में ही रोकना पड़ा। मुझे उन सभी लोगों के लिए खेद है, जिन्होंने डोर-टू-डोर कैंपेन में मेरा इंतजार किया।'
'यूपी से गुंडे और माफिया भगाएंगे'
इतना ही नहीं सहारनपुर में लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 'हमने पहले ही बोला था यूपी से गुंडे और माफिया भगाएंगे। यूपी में हमने वैसा करके दिखाया। पिछले चुनाव में सपा-बसपा-आरएलडी एकत्र हुए, लेकिन हमने कहा कि भले सब इकट्ठा हो जाएं, लेकिन बीजेपी जीतेगी। यूपी की जनता ने हम पर भरोसा दिखाया। चुनाव में हमें खूब आशीर्वाद दिया।'
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