Uttar Pradesh:बिपरजॉय के दस्तक देने के बाद जहां हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और दिल्ली के तापमान में कमी देखी जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में मर्मी जमकर अपना कहर बरपा रही है। यूपी के बलिया में भीषण गर्मी और लू के कहर के बीच पिछले चार दिनों में 57 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को दावा किया कि जिले में ‘हीट स्ट्रोक’से अब तक केवल दो लोगों की ही मौत हुई है।
वहीं, बलिया से विधायक और प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि गर्मी के समय मृत्यु दर बढ़ जाती है। पहले भी ऐसा होता रहा है तथा ऐसा नहीं है कि सिर्फ इसी बार ऐसा हो रहा है। सिंह ने कहा कि मृत्यु हो रही है तो स्वाभाविक भी हो रही है तथा इसे सिर्फ गर्मी से ही जोड़कर न देखा जाए। बता दें कि इससे पहले सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में ‘हीट स्ट्रोक’ से करीब 25 रोगियों की मौत होने की जानकारी दी थी। हालांकि वह बाद में अपने दिए गए बयान से पलट गए थे।
#WATCH | Ballia, UP: Most of the patients who are coming for treatment complain that they first had chest pain, difficulty in breathing, and then fever. We are getting urine tests, blood tests, and other tests done. The rest of the patients came to the hospital out of fear &… pic.twitter.com/52lztudVJn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 19, 2023
हालांकि इस मामले को लेकर सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की दो सदस्यीय टीम गठित की गई है, जो रविवार को बलिया पहुंच मामले की जांच में जुट गई है।
बलिया के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जयंत कुमार ने दावा किया कि बलिया जिले में ‘हीट स्ट्रोक’ से अब तक सिर्फ दो लोगों की ही मौत हुई है।उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के अभिलेखों में दर्ज विवरण के अनुसार 40 फीसदी लोगों की बुखार व 60 फीसदी लोगों की अन्य रोगों से मौत हुई है।
जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया, “जिला अस्पताल में रोगियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए समस्त प्रबंध किए गए हैं. 15 बिस्तर बढ़ाए गए हैं. इसके साथ ही अस्पताल के कमरों में कूलर पंखे और एयर कंडीशनर लगाए गए हैं.”
जिला अस्पताल के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस के यादव ने बताया कि अस्पताल में गत 15 जून को 154 रोगी भर्ती हुए थे, जिनमें 23 रोगियों की विभिन्न कारणों से मृत्यु हुई है. उनके मुताबिक, इसके अलावा 16 जून को 20 रोगियों की तथा 17 जून को 11 रोगियों की मृत्यु हुई है। उन्होंने स्वीकार किया है कि बलिया में सामान्य से ज्यादा संख्या में लोग मर रहे हैं। उनमें से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या अधिक है।