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हाथरस कांड पर भोले बाबा की आई प्रतिक्रिया, पत्र जारी कर अनुयायियों की मौत और भगदड़ पर कहीं ये बातें

हाथरस कांड पर भोले बाबा की आई प्रतिक्रिया, पत्र जारी कर अनुयायियों की मौत और भगदड़ पर कहीं ये बातें

 

Bhole Baba Hathras: भोले बाबा के हाथरस सत्संग के दौरान हुई भयावह घटना के बाद से भोले बाबा ऊर्फ नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल की तलाश जारी है। वह इस दुखद घटना के बाद पंछी की तरह फुर हो गए किसी को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। 

हालांकि भोले बाबा ने भयावह घटना के दूसरे दिन पत्र के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि- भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की लिए प्रभु/परमात्मा से प्रार्थना करते हैं। वहीं, भोले बाबा ने बीते दिन मंगलवार को हुई भगदड़ का आरोप असामाजिक तत्वों पर लगाया है।

भोले बाबा की तरफ से ये वकील किया गया नियुक्त

भोले बाबा द्वारा जारी पत्र में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि बाबा की तरफ से इस केस को सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह देखेंगे। पत्र में लिखा गया है कि- हाथरस के फुलरई गांव में दो जुलाई को आयोजित सत्संग के समापन के बाद भगदड़ मचाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह को अधिकृत किया गया है। यह वहीं वकील हैं जो सीमा हैदर की तरफ से भी केस लड़ रहे हैं और निर्भया केस में आरोपियों के वकील भी रहे थे।

हाथरस भगदड़ को लेकर जनहित याचिकाएं दर्ज 

हाथरस में भगदड़ के मामले में सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिकाएं दाखिल की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में इस सर्वोच्च न्यायालय के रिटायर्ड जस्टिस की निगरानी में 5 सदस्यों की एक्सपर्ट कमिटी से जांच की मांग की गई है। साथ ही, यूपी सरकार को निर्देश देने की मांग है कि वह घटना की स्टेटस रिपोर्ट दे और जिम्मेदार अफसरों पर ऐक्शन ले। वहीं, इलाहाबाद हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका में सीबीआई जांच और प्रमुख अफसरों के सस्पेंशन की मांग की गई है।
 
गोरतलब है कि बीते मंगलवार (2 जुलाई) को हाथरस में भोले बाबा द्वारा फुलरई गांव में एक सत्संग आयोजित किया गया था , जिसमें सत्संग खत्म होने के बाद सभी अनुयायी बाबा के पीछे उनकी चरणधूली लेने के लिए दौड़ पड़े।

वहां हजारों की संख्या में मौजूद अनुयायि जैसे जैसे बाबा की चरणधूली लेने के लिए मैदान में नीचें झुकते जाते वैसे पीछे की ओर से आ रहे लोग उन्हें दबा कर आगे भागते जाते जिससे नीचे बैठे लोगों दूबारा उठ नहीं पाए और देखते-देखते हजारों की संख्या में मौजूद अनुयायि में भयंकर भीड़ मच गई। जिसमें अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
 


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