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हरियाणा : गेहूं की खरीद शुरू, कहीं किसानों के लिए नहीं कोई प्रबंध तो कहीं मिल रहे अच्छे दाम 

हरियाणा : गेहूं की खरीद शुरू, कहीं किसानों के लिए नहीं कोई प्रबंध तो कहीं मिल रहे अच्छे दाम 

 

हरियाणा सरकार ने एक अप्रैल से मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू करने की घोषणा की हुई है, लेकिन प्रदेश में पहले दिन ही कई जिलों की मंडियों में किसानों के लिए कोई सुविधा नजर नहीं आई। इसके साथ ही मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पहले दिन ही जींद की अनाज मंडी में आई गेहूं की एक ढेरी भी नहीं बिक पाई। इस गेहूं में नमी की मात्रा 15 प्रतिशत तक बताई गई है। वहीं, इस साल कई प्राइवेट परचेजर भी गेहूं की खरीद करेंगे। ऐसे में ये साफ माना जा रहा कि जो किसान अच्छी क्वालिटी के गेहूं मंडी में लाएगा उसको एमएसपी रेट से ज्यादा रेट मिल सकते हैं। 

गेहूं खरीद के लिए सरकार का दावा कर रही है कि मंडियों में गेहूं खरीद को लेकर पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। खाद्य एवं आपूर्ति निदेशालय द्वारा पत्र जारी कर कहा गया है कि गेहूं को खुले में न डालें, बल्कि शेड के नीचे ही खरीद करें। जबकि अधिकतर परचेज सेंटरों पर शेड ही नहीं हैं। ऐसे में मौसम खराब हुआ तो किसानों को भारी नुकसान होना लाजिमी है इसके साथ ही गेहूं भी खराब होने का डर रहेगा।

वहीं बात करें फतेहाबाद की तो, पहले दिन गेहूं और सरसों की फसल की खरीद का कार्य सुचारू रूप से शुरू हो गया था, और बहुत से किसान पहले दिन अपनी सरसों की फसल लेकर मंडी पहुंचे भी थे। लेकिन किसानों का कहना है कि, जिस प्रकार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए जा रहे हैं उसी तरह उनकी फसलों के भी रेट बढ़ाए जाएं। इसके साथ ही मंडी में मिलने वाली सुविधाओं को लेकर भी किसानों ने सवाल खड़े किए। फतेहाबाद अनाज मंडी में हमारे संवाददाता रमेश कुमार ने जायजा भी लिया, तो किसानों के कहा कि खरीद तो शुरू हो चुकी है लेकिन मंडी में किसानों के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। 

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