Gyanvapi Masjid ASI Survey:वाराणसी के ज्ञानवापी में ASI(भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) ने तीसरे दिन का सर्वे शुरू कर दिया है। ASI ने ज्ञानवापी में व्यास तहखाने का मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर ताला खुलवाया और सर्वे में जुट गई। बताया जा रहा है कि रविवार को कानपुर आईआईटी के दो GPR एक्सपर्ट भी सर्वे टीम के साथ अंदर गए हैं। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में GPR मशीन से भी सर्वे शुरू हो सकता है।
Uttar Pradesh | A team of ASI (Archaeological Survey of India) arrives at the Gyanvapi mosque complex in Varanasi on the third day of the survey. pic.twitter.com/X8C7MGbbmq
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 6, 2023
जानकारी के मुताबिक ASI ने सर्वे से पहले यहां मजदूर बुलाकर सफाई करवाई, वेंटिलेशन के लिए एग्जास्ट लगवाए और लाइटिंग की गई। आज टीम ने तहखाने के अंदर सर्वे किया,दीवारों की 3-डी फोटोग्राफी, स्कैनिंग करवाई। चार्ट में दीवारों पर मिली कलाकृतियों को उकेरा। रविवार सुबह सबसे पहले ASI की टीम ने हिंदू, मुस्लिम पक्ष और प्रशासन के साथ ज्ञानवापी परिसर में बैठक की। इसमें मुस्लिम पक्ष ने मुख्य तहखाने की चाबी मांगी। सूत्रों के मुताबिक, अभी मुस्लिम पक्ष ने मुख्य तहखाने की चाबी नहीं दी है। हालांकि, जल्द देने की बात कही है।
2 सितंबर तक कोर्ट में सबमिट करनी होगी रिपोर्ट
पूरी ज्ञानवापी बिल्डिंग को एक बार में देखने के लिए सैटेलाइट के जरिए 3D इमैजिनेशन तैयार किया जा रहा है। इसमें टीम दीवारों की 3D इमेजिंग, मैपिंग और स्क्रीनिंग भी करेगी। रविवार को ASI से 58 लोग, हिंदू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से 3 लोग मौजूद हैं। वहीं, जिला कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने आदेश दिया कि ASI को अपनी सर्वे रिपोर्ट 2 सितंबर तक सबमिट करनी होगी।
मूर्तियों और मंदिर के अवशेष मिले
इसके पहले शनिवार को हिंदू पक्ष के वकील अनुपम द्विवेदी ने दावा किया था कि ज्ञानवापी की 3D इमेजिंग, सैटेलाइट से मैपिंग (फ्रेमिंग-स्कैनिंग) में मूर्तियों के कुछ टुकड़े मिले हैं। साथ ही प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष हैं। एक-दो दिन के अंदर ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) आने वाला है। इसके बाद सब कुछ साफ हो जाएगा। दीवारों पर मिली आकृति और टूटी मूर्तियों के समय का निर्धारण प्रतिमा शास्त्र के ग्रंथों से मिलान भी किया जाएगा।
सर्वे में ASI ने क्या जुटाया ?
ASI ने चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। इसमें पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता, नींव और दीवारों की कलाकृतियां, मिट्टी और उसका रंग, अवशेष की प्राचीनता सहित अन्न के दाने का सैंपल जुटाया है। इसके अलावा, टूटी मिली प्रतिमा का एक टुकड़ा भी ASI ने सैंपल में शामिल किया है। डिजिटल नक्शे में अंदर की वर्तमान स्थिति को भी अंकित किया जा रहा है।
#WATCH आयोग इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा है और यह लंबी प्रक्रिया है। कोर्ट ने हमें 4 हफ्ते का समय दिया है...काम हो रहा है...आने वाले समय में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा...ASI एक प्रीमियम एजेंसी है, काम जारी रहेगा: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले… pic.twitter.com/PcmpwMExkE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2023
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा- जांच लंबी चलेगी
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, "शनिवार को पश्चिमी दीवार का अध्ययन किया। मैंने केंद्रीय गुंबद के नीचे एक खोखली जगह से आवाज आने को पॉइंट आउट किया। इसका सर्वे किया जा रहा है। केंद्रीय गुंबद के बगल का एक क्षेत्र जो ढका है, उसका सर्वे किया जा रहा है। यह लंबा चलेगा।" जैन ने कहा था कि रविवार को व्यासजी का तहखाना खोला जाएगा। तहखाना साफ कर दिया गया है।
#WATCH 'तहखाना' आज खोला जा सकता है और इसकी जांच की जाएगी...हमें उम्मीद है कि 'तहखाना' और गुंबद का सर्वेक्षण आज होगा...हम मस्जिद के अंदर नहीं गए। हमारे वकील वहां जाते हैं क्योंकि महिलाओं को अनुमति नहीं है... कुछ भी नया सामने नहीं आया है... माप और वीडियोग्राफी हो रही है। क्या-क्या… pic.twitter.com/mXFcliWdOs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2023
वहीं, हिंदू पक्ष की महिलाओं ने कहा कि हम मस्जिद के अंदर नहीं जा रहे। क्योंकि महिलाएं मस्जिद में नहीं जाती हैं। हमें उम्मीद है कि इस सर्वे से बहुत कुछ साफ हो जाएगा। यहां बहुत कुछ ऐसे चिह्न, मूर्ति हैं जो बता रहे कि यहां हिंदू मंदिर था।