आमतौर पर बढ़ती हुई बेरोजगारी से निपटने के लिए राज्य सरकार नई भर्तियां लाती हैं। किंतु कनार्टक की सरकार ने प्रदेश के भीतर बढ़ रही बेरोजगारी से निपटने के लिए बड़ा ही अनूठा तरीका खोजा है। दरसल मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने युवा निधि योजना की सांकेतिक रूप से शुरूआत कर दी है। उन्होंने राज्य के 6 युवाओं को युवा निधि योजना के तहत चेक वितरिण किए।
हालांकि यह सभी 6 छात्र 2021-2022 सत्र के पास हुए थे। और बीते 180 दिनों से बेरोजगार थे। राज्य सरकार की इस योजना के तहत कर्नाटक के डिप्लोमा धारक और स्नातक किए हुए बेरोजगार युवाओं को प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ते के रूप में कुछ राशि दी जायेगी। डिप्लोमा धारक को 1500 रूपए प्रतिमाद तो वहीं स्नातक को 3000 रूपए प्रतिमाह देने का प्रावधान किया गया है।
बता दें कि यह धनराशि उन बेरोजगार युवाओं को प्रदान की जायेगी, जो पढ़ाई पूरे होने के बावजूद भी बेरोजगार थे। साथ ही नौकरी लगने के बाद इस योजना का लाभ मिलना भी बंद हो जायेगा। जो युवा स्नातक और डिप्लोमा के बाद आगे की पढाई कर रहे हैं, वह युवाओं को इस योजना के पात्र नहीं होंगे।