उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार (Haryana Government) के निर्णय के अनुसार अब सामान्य वर्ग के खिलाड़ियों को भी उनकी उपलब्धि के आधार पर स्कॉलरशिप (Scholarship) मिलेगी। किसी प्रतियोगिता में पदक जीतने पर भी खिलाड़ी को अलग से इनाम की राशि मिलेगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक ओर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार हर स्तर पर खिलाड़ियों को संशाधन उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास कर रही है और खिलाड़ियों की भलाई के लिए अहम कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश के खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार से संसाधनों की कमी आडे ना आने दी जाए। जिला खेल अधिकारी निर्मला ने कहा कि स्कॉलरशिप को लेकर हाल ही में सरकार ने सामान्य वर्ग के खिलाड़ियों को भी उनके प्रदर्शन के आधार पर स्कॉलरशिप प्रदान करने का निर्णय लिया है। पहले यह स्कॉलरशिप केवल अनुसूचित जाति के खिलाड़ियों को ही मिलती थी। सरकार के निर्णय के अनुसार अंर्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 84 हजार रुपये सालाना, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 72 हजार रुपये सालाना और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 60 हजार रूपए सालाना की स्कॉलरशिप मिलेगी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 60 हजार रुपये सालाना, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 48 हजार रूपए सालाना और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 36 हजार रुपये सालाना की स्कॉलरशिप मिलेगी। इसी प्रकार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 42 हजार रुपये सालाना, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 36 हजार रुपये सालाना और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 30 हजार रुपये सालाना की स्कॉलरशिप मिलेगी। महिला खिलाड़ियों को इसके अतिरिक्त एक हजार रुपये मासिक तौर पर भी दिए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्कॉलरशिप की राशि के अलावा किसी प्रतियोगिता में पदक जीतने पर सरकार के नियमों के अनुसार इनाम की राशि भी खिलाड़ी को मिलेगी।
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