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जुनैद-नासिर हत्याकांड और नूंह हिंसा भड़काने के आरोप में फंसे मोनू मानेसर का कबूलनामा, पढ़ें पूरी खबर

जुनैद-नासिर हत्याकांड और नूंह हिंसा भड़काने के आरोप में फंसे मोनू मानेसर का कबूलनामा, पढ़ें पूरी खबर

 

Haryana News : जुनैद-नासिर हत्याकांड और नूंह हिंसा से जुड़े मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर आरोप था कि 28 अगस्त को नूंह में दोबारा जलाभिषेक यात्रा से दो दिन पहले मोनू ने एक भड़काऊ पोस्ट अपने फेसबुक पेज पर डाली थी। 

मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश कर राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया था। जहां मोनू को सुरक्षा कारणों की वजह से भरतपुर के मथुरा गेट थाने में रखा गया, जहां डीग थाने की पुलिस मोनू मानेसर से पूछताछ में जुटी गई। राजस्थान पुलिस ने मोनू मानेसर को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस पूछताछ में मोनू मानेसर ने बड़ा खुलासा किया है।

जुनैद और नासिर हत्याकांड में पुलिस पूछताछ में मोनू ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मोनू ने बताया कि जुनैद और नासिर को सबक सिखाने के लिए 8 दिन पहले ही गैंग ने पूरी प्लानिंग कर ली थी। यहां तक की ये भी तय कर लिया गया था कि जुनैद और नासिर को कब और कहां से उठाना है। मोनू मानेसर का कहना है कि इस पूरी वारदात में शामिल एक अन्य अभियुक्त ने उसे जुनैद और नासिर की गाड़ी का नंबर और अन्य नंबर भी शेयर किया था।

मोनू मानेसर ने यह भी बताया है कि वह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जुनैद और नासिर को उठाने की पूरी प्लानिंग रची। घटना से 2-3 दिन पहले ही वो राजस्थान सीमा के पास सारी प्लानिंग जांचकर गए थे इसके बाद 14-15 फरवरी की रात को जुनैद और नासिर को उठा लिया गया। इस दौरान उन्होंने उनकी बोलेरो में देखा कि कोई गाय नहीं है। जिसकी सूचना मोनू मानेसर को दी गई। इसके बाद जुनैद और नासिर को जमकर पीटा गया। मोनू मानेसर ने बताया कि जुनैद और नासिर को फिरोजपुर झिरका थाने ले जाया गया। जहां पुलिस ने उन दोनों को लेने से मना कर दिया, जिसके बाद उन्हें जगंल में गाड़ी के साथ जला दिया गया। 

कौन है मोनू मानेसर?

बता दें की मोनू मानेसर का असली नाम मोहित है। वह हरियाणा के मानेसर का निवासी है जिसे लोग मोनू मानेसर के नाम से जानते हैं। इतना ही नहीं वह पिछले 10 से 12 सालों से बजरंग दल से जुड़ा हुआ है। गोरक्षा अभियान चलाने वाले कई संगठनों से जुड़े मोनू मानेसर को गो तस्करी के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से जाना जाता है। 
 


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