हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गृह विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि तकनीक के बदलते दौर में अपराधियों के अपराध करने के तौर-तरीकों में भी बदलाव आया है। जिसको ध्यान में रखते हुए पुलिस को अपने कामकाज के तरीकों में बदलाव करने की जरूरत है।
वहीं उन्होंने प्रदेश की पुलिस को आर्टीफिशयल इंटेलिजेंस और नए सॉफ्टवेयर को अपनी कार्यप्रणाली में जोड़ने की बात कही। साथ राज्य सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन के आधुनिकीकरण को लेकर हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।
साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली को अधिक मजबूत बनाने के लिए 1200 से अधिक कांस्टेबल और सब महिला इंस्पेक्टरों के पदों पर भर्ती की बात भी CM सुक्खू ने इस बैठक में की।
CM सुक्खू ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के पदों पर तैनाती के लिए रोटेशन नीति अपनाने की सलाह दी हैं और संवेदनशील पदों पर केवल 3 वर्ष तक तैनाती और इसके बाद उन्हें कूलिंग ऑफ पीरियड़ देने के दिशा-निर्देश दिए हैं।
इस बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव भरत खेड़ा, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।