Karan Katariya:हरियाणा में इन दिनों चल रहे लंडन बवाल ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं जिसके बाद हरियाणा सरकार ने लंदन में पढ़ रहे करण कटारिया को छात्र संघ का चुनाव लड़ने की अनुमति न मिलने पर सुरक्षा देगी साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर केंद्र सरकार से इस सिलसिले में बात करेंगे।
सीएम ने करण कटारिया के परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही उन्होंने करण के स्कूल लंदन ऑफ इकोनॉमिक्स को लेटर लिख कर सरकार की ओर से नाराजगी जताई है।
क्या है पूरा मामला ?
2 अप्रैल को करण ने एक ट्वीट से दावा किया कि उन्हें उनकी भारतीय और हिंदू पहचान के कारण LSE छात्र संघ (LSESU) के महासचिव पद पर चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत विरोधी बयानबाजी और हिंदूफोबिया के कारण कैंपस में पर्सनल और टारगेटेड हमलों का सामना करना पड़ा।
हिंदू होने के कारण चुनाव लड़ने से रोका
दरअसल, इंग्लैंड के लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के छात्र करण कटारिया ने आरोप लगाया कि उन्हें उनकी हिंदू पहचान के कारण छात्र संघ चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था।
करण का कहना है कि भारतीयों के साथ राष्ट्रीयता के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि 'हमारी राष्ट्रीयता के आधार पर हमारे साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। वहीं सीएम ने कहा है कि करण एक मेधावी छात्र है और उसके साथ किसी प्रकार का कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
करण के परिजनों से मिले CM
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार की शाम लंदन स्कूल ऑफ इक्नोमिक्स के छात्र करण कटारिया के गुरुग्राम स्थित घर पर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने परिजनों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम जाना और करण कटारिया की उचित मदद करने का भरोसा दिया। उन्होंने परिजनों से मुलाकात के उपरांत बताया कि करण कटारिया एक मेधावी छात्र है और उसके साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। करण कटारिया की सुरक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी।