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चरखी दादरी : इस तरह से टमाटर की खेती कर प्रति एकड़ एक लाख रुपए कमा रहे किसान

चरखी दादरी : इस तरह से टमाटर की खेती कर प्रति एकड़ एक लाख रुपए कमा रहे किसान

 

हरियाणा की मनोहर सरकार का फोकस किसानों की आय बढ़ाने पर है। बता दें कि प्रदेश का बागवानी विभाग कई सराहनीय योजनाएं चला रहा है। जिनका लाभ उठाकर किसान अपनी आय बढ़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को बागवानी की ओर प्रोत्साहित किया जाए। इस क्रम में किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। सब्जी की खेती में ज्यादा रिटर्न है और इसी के चलते किसानों का रुझान तेजी से इस ओर बढ़ रहा है। चरखी दादरी के किसान जगत सिंह और रणधीर सिंह सब्जी की खेती को कर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं।

हरियाणा में काफी मात्रा में किसान परंपरागत खेती को छोड़कर आधुनिक खेती अपना रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। चरखी दादरी जिले के गांव शिशवाला में किसानों द्वारा सरसों व गेहूं की खेती न करके सब्जी की खेती पर बल दिया जा रहा है जिसके तहत किसान जगत सिंह ने 9 एकड़ में टमाटर की खेती करके प्रति एकड़ एक लाख रुपए से ज्यादा कमाई करके मिसाल कायम की है। शिशवाला गांव के किसान जगत सिंह ने बताया कि किसानों को बहुत मेहनत करने के बाद भी अच्छी कमाई नहीं हो पाती क्योंकि फसल पैदा करने के लिए किसानों को बहुत पैसा खर्च करना पड़ता है। किसान जगत सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा टमाटर की खेती करने वाले किसानों को 8 हजार रुपए प्रति एकड़ आर्थिक सहायता दी जाती है।

किसान जगत सिंह के अनुसार सब्जी की खेती में अच्छा मुनाफा है। उन्होंने कहा कि मोटी फसल के बजाए किसानों को बागवानी की खेती करनी चाहिए। वहीं शिशवाला गांव के अन्य किसान रणधीर सिंह ने बताया कि आज के आधुनिक युग में सब्जी की फसल से अच्छी कमाई की जा सकती है। किसान रणधीर सिंह ने बताया कि सब्जी की खेती में मेहनत करके भरपूर पैदावार की जा सकती है। सरकार द्वारा भी सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।.

बागवानी विभाग की योजना को लेकर बात करें, तो संकर किस्म टमाटर, भिंडी, मिर्च, शिमला मिर्च, गोभी व प्याज की सब्जी उगाने वाले किसानों को योजना के तहत 8 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के लिए किसान बागवानी विभाग से स्वीकृति पत्र प्राप्त करके बीज प्राप्त कर सकते हैं। बीज का बिल, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक की फोटो प्रति, जमीन की फर्द की फोटो प्रति, राशन कार्ड या परिवार पहचान पत्र की फोटो प्रति बागवानी कार्यालय में प्रस्तुत करके अनुदान के लिए आवेदन किया जा सकता है।

 

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