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Charcha: यूपी के घमासान में बसपा नहीं मैदान में ? प्रधान संपादक Dr Himanshu Dwivedi के साथ

Charcha: यूपी के घमासान में बसपा नहीं मैदान में ? प्रधान संपादक Dr Himanshu Dwivedi के साथ

 

जनता टीवी के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज एक बार फिर हम आगामी दिनों में होने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव केंद्रित ही बात करेंगे। आज हमारी बातचीत के केंद्र में देश का सबसे बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश जहां पर तकरीबन 23 करोड़ों की आबादी है। जिसके माध्यम से सबसे बड़े प्रदेश की जनसंख्या अपना भविष्य तय करेगी। 5 साल के लिए अर्थात विधानसभा चुनाव के तहत मतदान करेगी।

चुनाव आयोग कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। लेकिन तमाम राजनीतिक दल इस चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए बिना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। सभी अपने अपने स्तर पर अपनी जमीन बचाने और बनाने के लिए मुख्य राजनीतिक दल जुटे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी जो इस समय देश और प्रदेश दोनों में सक्रिय है। अपनी पूरी ताकत उत्तर प्रदेश में लगा रही है, क्या प्रधानमंत्री, क्या गृहमंत्री, क्या रक्षा मंत्री और क्या पार्टी के अन्य नेता। सभी लोग उत्तर प्रदेश में पार्टी को सत्ता में दोबारा वापस लाने के लिए कोशिश में जुटे हुए हैं।

वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी, जो प्रदेश में मुख्य दूसरी विपक्षी पार्टी है। वह अपनी खोई हुई जमीन को दोबारा जुटाने में लगी हुई है। वहीं अखिलेश यादव की रैलियों में आने वाली भीड़ बता रही है कि जमीनी स्तर पर कहीं ना कहीं कुछ सफलता प्राप्त करने जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में अपनी खोई हुई जमीन पर उपस्थिति दर्ज कराने में जुटी हुई है। लेकिन इन सबके बीच में तीसरी ताकत के तौर पर जिसका नाम बहुजन समाजवादी पार्टी है। मैदान में कहीं दिखाई नहीं दे रही है। मैदान में बसपा और बहन मायावती की कमी हर किसी को खल रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी बीएसपी और मायावती को लेकर चुनावी रैलियों में निशा साध चुके हैं। हमारा मुख्य मुद्दा इसी पर केंद्रित है। कई खास मेहमान इस चर्चा में हमारे साथ जुडे हुए हैं...

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