हरियाणा (Haryana) के कुल 275 पूर्व विधायकों की पेंशन (Pension of former MLAs) पर 26.40 करोड़ व 128 पूर्व विधायकों की फैमिली पेंशन पर कुल 3.11 करोड़ रुपए सालाना खर्च किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इसके अलावा पूर्व विधायकों को कार व होम लोन भी सरकार की तरफ से ही मिलता है, जिसका बोझ आम जनता को ढोना पड़ रहा है।
यह खुलासा आरटीआई (RTI) के मिले जवाब में हुआ है। आप नेता व पूर्व विधायक निर्मल सिंह (Nirmal Singh) द्वारा 4 में से 3 पेंशन छोड़ने की घोषणा करने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। बता दें कि इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल (CM Manohar Lal) को वन पेंशन- वन विधायक का आदेश लागू करने की सलाह दी थी, लेकिन सीएम मनोहर ने उन्हें इसका जवाब देते हुए कहा था कि 'उनकी बुद्धि ठीक नहीं है'।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा सचिवालय से 7 अप्रैल 2022 को पानीपत के आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर (PP Kapoor) को आरटीआई का जवाब मिला था। इस जवाब से खुलासा हुआ कि सबसे ज्यादा पेंशन पूर्व विधायक कैप्टन अजय यादव (Ajay Yadav) को 2,38,100 रुपए व सर्वाधिक फैमिली पेंशन पूर्व सीएम भजन लाल (Bhajan Lal) की पत्नी जसमा देवी को 99,619 रुपए हर महीने दी जा रही है।
बीते 11 सालों में 32.215 करोड़ का हाउसिंग लोन दिया गया
ये तो कुछ भी नहीं, हरियाणा सरकार (Haryana Government) द्वारा वर्तमान व पूर्व विधायकों को 60 लाख रुपए तक हाउसिंग लोन और 20 लाख रुपए तक मोटर कार लोन भी दिया जा रहा है। साल 2010 से 2021 तक करीब 68 वर्तमान व पूर्व विधायकों को कुल 32.215 करोड़ रुपए तक का हाउसिंग लोन दिया जा चुका, जिसमें से अभी भी 20.83 करोड़ रुपए वापस करने बाकी हैं। जबकि साल 2004 से 2021 के बीच मोटर कार खरीदने के लिए वर्तमान व पूर्व विधायकों को 27.48 करोड़ का लोन दिया गया है, जिसमें से अभी 9.96 करोड़ रुपए वापस देने शेष हैं।
इस पर आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने पूर्व विधायकों को दी जाने वाली मोटी पेंशन, सस्ती दरों पर हाउसिंग लोन और मोटर कार लोन देने को जनता के खून पसीने की कमाई पर डाका बताते हुए इसे तुरंत बंद करने की मांग की है।
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