Uttarakhand News: उत्तराखंडवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने है, राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से लालकुआं-बांद्रा सुपरफास्ट ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रेन उद्घाटन के लिए लालकुआं रेलवे स्टेशन पर भव्य कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री व नैनीताल सांसद अजय भट्ट और लालकुआं विधायक मोहन बिष्ट मौजूद रहे।
लालकुआं-बांद्रा रेल सेवा शुरू होने से बाबा कैंची धाम, जागेश्वर और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा आसान हो जाएगी।
शासकीय आवास से लालकुआं-बांद्रा सुपरफ़ास्ट ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। देवभूमि उत्तराखण्ड को इस बहुप्रतीक्षित ट्रेन की सौगात देने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी एवं माननीय केंद्रीय रेल मंत्री @AshwiniVaishnaw जी का हार्दिक आभार।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 21, 2024
इस ट्रेन के संचालन से… pic.twitter.com/vBIM1MtMf5
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस ट्रेन सेवा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 'केंद्र सरकार के सहयोग से पहाड़ तक ट्रेन पहुंचने का सपना ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बनने के साथ ही पूर्ण हो जाएगा। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन पर भी सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। जल्द ही इसमें भी कार्य शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से काशी, अयोध्या और अन्य प्रमुख शहरों के लिए रेल सेवा के और विस्तार के लिए प्रयास किये जाएंगे।
बता दे कि कुमाऊं मंडल से मुंबई के लिए एक और नई ट्रेन सेवा संचालन होने से कुमाऊं मंडल का सीधा संपर्क मायानगरी मुंबई से जुड़ गया है। जिससे उत्तराखंड में पर्यटन के साथ-साथ फिल्म के क्षेत्र में भी अपार संभावना बढ़ेगी।
ट्रेन का ये रहेगा शेड्यूल
ट्रेन नंबर 22544 लालकुआं बांद्रा टर्मिनस साप्ताहिक सुपरफास्ट लालकुआं से हर सप्ताह सोमवार सुबह 7:45 पर रवाना होगी और रूद्रपुर सिटी, रामपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, हजरत निजामुद्दीन, मथुरा, कोटा, बडोदरा, सूरत होते हुए हुए अगले दिन मंगलवार को प्रातः 8.30 बजे बांद्रा टर्मिनल पहुंचेगी। बांद्रा टर्मिनल से ट्रेन सुबह 11 बजे वापसी करेगी और अगले दिन बुधवार को लालकुआं पहुंचेगी। इस गाड़ी में यात्रियों की सुविधा के लिए सेकेंड एसी का 1 कोच, थर्ड एसी के 2 कोच, एसी इकोनॉमी श्रेणी के 3 कोच, स्लीपर क्लास के 6 कोच और सामान्य श्रेणी के 4 कोच लगाए गए हैं।