
Dhirendra Shastri: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के मुखपत्र ने बाबा बागेश्वर पर सवाल उठाया है। पार्टी के सांसद संजय राउत ने अपने ताजा संपादकीय में बाबा बागेश्वर क्र 'हिंदू गांव' वाले बयान को 'शर्मनाक और विभाजनकारी' बताया है। जिसके बाद यह चर्चा का विषय बन गया है। हर तरफ इस बयान को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है। इस बयान के बाद कई लोगों ने इसपर प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।
पीएम मोदी पर भी उठाए सवाल
सामना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धीरेंद्र शास्त्री के रिश्तों पर भी सवाल उठाए गए। लिखा गया, "जब प्रधानमंत्री शास्त्री को 'छोटा भाई' कहते हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि उनके विचारों को सरकार की मौन स्वीकृति मिली हुई है?" इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) ने केंद्र सरकार के वक्फ विधेयक को भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बढ़ाने का हथकंडा बताया है। पार्टी का आरोप है कि भाजपा हिंदुत्व एजेंडे के तहत देश को धार्मिक आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में सामना में क्या लिखा?
सामना के संपादकीय में कहा गया, "हिंदुओं के लिए अलग गांव बसाने की मांग न सिर्फ संविधान की भावना के खिलाफ है, बल्कि यह देश में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाला है।" संपादकीय में यह भी आरोप लगाया गया कि भाजपा धार्मिक मुद्दों को हवा देकर मणिपुर जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। इसके साथ ही, संपादकीय में 6 अप्रैल को मुंबई में निकाली गई रामनवमी शोभायात्रा को भी निशाना बनाया गया। राउत ने लिखा, "यह जुलूस धार्मिक उत्सव कम और सांप्रदायिक उन्माद ज्यादा लग रहा था। मुस्लिम बहुल इलाकों में जानबूझकर उत्तेजक नारेबाजी की गई।"