Bangladesh Violance: बांग्लादेश से निकलने के बाद पहली बार शेख हसीना का संबोधन सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश की अराजकता और हिंदुओं पर हुए हमले पर बात करते हुए सरकार प्रमुख मुहम्मद यूनुस को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि यूनुस देश में नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं और वह अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में विफल रहे हैं।
शेख हसीना ने कहा कि- मैं खूनखराबा नहीं चाहती थी, अगर मैं सत्ता में बनी रहती और इस्तीफा नहीं देती तो देश में नरसंहार हो जाता। जब लोगों को मारा जा रहा था तो मैंने देश छोड़ने का फैसला कर लिया। आज टीचर्स, पुलिस नेता सभी पर हमले किए जा रहे हैं। हिदुंओं बौद्धों और ईसाइयों को निशाना बनाया जा रहा है। 11 चर्च और कई मंदिरों पर हमले किए गए हैं। इस्कॉन पर हमला किया गया। सवाल ये है कि अब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले क्यों किए जा रहे हैं? आज, मैं मास किलिंग की आरोपी हूं, असल में मोहम्मद यूनुस एक तय योजना के तहत सामूहिक नरसंहार में शामिल हैं। ये मास्टरमाइंट हैं।
शेख हसीना ने क्यों छोड़ा बांग्लादेश?
शेख हसीना ने आखिर बांग्लादेश क्यों छोड़ा? इसके बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की योजना बनाई जा रही थी, ठीक उसी तरह जैसे 1975 में उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने 5 अगस्त को ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा, "हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को गणभवन की ओर भेजा गया। अगर सुरक्षा गार्डों ने गोली चलाई होती, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। इसलिए मुझे वहां से मजबूरन निकलना पड़ा।" उन्होंने आगे कहा, कि "मैंने उनसे (गार्डों से) कहा, कि चाहे कुछ भी हो जाए, गोली न चलाएं।"
गौरतलब है कि बांग्लदेश की पूर्व प्रधानमंत्री इसी साल अगस्त महीने से अपना देश छोड़ भारत की शरण रह रही हैं। बांग्लादेश छोड़ने के बाद यह उनका पहली बार संबोधन देखा गया। उन्होंने न्यूयार्क में अवामी लीग समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रम को भारत से वर्चुअली संबोधित किया।