Mandi News: उपमंडल जोगिंद्रनगर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान इंस्पेक्टर ज्ञान चंद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ विकास खंड चौंतड़ा के मोक्षधाम में हुआ। इस दौरान सैकड़ों लोगों के साथ स्थानीय राजनेताओं प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर भावविहीन श्रद्धांजलि दी। पत्नी सुभद्रा ने सुहाग के जोड़े में रोते बिलखते अपने पति को अंतिम विदाई दी। भारत माता की जय और ज्ञान चंद अमर रहे के नारों की गूंज भी अंतिम संस्कार की रस्मों के दौरान गूंजती रही।
सैनिक की अंतिम विदाई के समय माहौल भी गमहीन रहा। पत्नी सुभद्रा अपने पति के निधन पर स्तब्ध दिखी। रोते बिलखते हुए वह बेहाश भी होती रही। मौके पर मौजूद परिजनों के साथ क्षेत्र के लोग परिजनों को सांत्वना देने के लिए देर शाम तक आते-आते रहे। वीरवार सुबह करीब 11 बजे चंडीगढ़ से मंडी के जोगिंद्रनगर चौंतड़ा ब्लॉक की टिकरी मुशैहरा पंचायत में चंडीगढ़ की केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने अपने सहयोगी सैनिक को सैन्य सम्मान दिया। तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह को सेना के उच्च अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
दोपहर 12 बजे के उपरांत चौतड़ा ब्लॉक के ही मोक्ष धाम में सैनिक की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के साथ पूरा हुआ। तहसीलदार जोगिंद्रनगर डॉ. मुकुल शर्मा, टिकरी मुशैहरा पंचायत के प्रधान रवींद्र, कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर के साथ भाजपा के पदाधिकारियों ने भी सैनिक के अंतिम संस्कार के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। पंचतत्व में विलीन हुए इंस्पेक्टर ज्ञान चंद के दोनों बेटे अक्षित, अतुल कौंडल ने नम आंखों से अपने पिता की पार्थिव देह को कांधा देकर विदा किया। इससे पहले दोनों बेटों ने अंतिम संस्कार की रस्मों को पूरा किया और मुखाग्नि भी दी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर ज्ञान चंद छुट्टी लेकर घर आए थे। मंगलवार को अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। परिजन जब दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में उपचार के लिए ले जा रहे थे। इसी बीच तबीयत और अधिक बिगड़ने पर जिला कांगड़ा के पालमपुर अस्पताल में उपचार के दौरान मंगलवार देर शाम उनका निधन हो गया।
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