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Mahakumbh 2025: UP का 76 वां जिला बना महाकुंभ मेला, तहसील और गांव की देखिए पूरी लिस्ट

Mahakumbh 2025: UP का 76 वां जिला बना महाकुंभ मेला, तहसील और गांव की देखिए पूरी लिस्ट

 

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में महाकुंभ मेले को प्रदेश का 76वां जिला घोषित किया गया है। महाकुंभ मेले को सुचारू रुप से संचालित करने के लिए 'महाकुंभ मेला जिला' घोषित किया गया है। 

इस संबंध में प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के अनुसार यहां चार तहसील बनाए गए हैं- सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना। चार तहसीलों वाले जिले में कुल 67 गांव होंगे। महाकुंभ जिला की क्षेत्र सीमा भी तय की गई है। 

दरअसल प्रयागराज में संगम की रेती पर हर साल माघमेला का आयोजन किया जाता है और 6 साल बाद अर्द्ध कुंभ लगता है। महाकुंभ में भारी मात्रा में श्रद्लुओं और पर्यटक पहुंचते है, वहीं 12 साल पर लगने वाले महाकुंभ का नजारा ही कुछ ओर होता है। इस दौरान प्रयागराज शहर के अंदर एक नए शहर को बसाया जाता है. आम तौर पर इस शहर की आबादी पुराने शहर से भी ज्यादा होती है।

महाकुंभ मेला जिला में ये क्षेत्र रहेंगे शामिल

राजस्व ग्रामों और संगम स्थित सम्पूर्ण परेड क्षेत्र का क्षेत्रफल 'महाकुंभ मेला जनपद व मेला क्षेत्र में शामिल होगा। महाकुंभ मेला जनपद व मेला क्षेत्र में मेलाधिकारी, कुम्भ मेला, प्रयागराज को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-14 (1) व अन्य सुसंगत धाराओं के अर्न्तगत एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। महाकुंभ मेला जनपद में शामिल प्रयागराज जनपद के राजस्व ग्राम (तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना) और सम्पूर्ण परेड क्षेत्र होगा। चार तहसील में कुल 67 क्षेत्र शामिल किए गए हैं।

महाकुंभ से जुड़ी मान्यता

मान्यता है कि प्राचीन समय में देवों और असुरों के बीच युद्ध हुआ था, इस दौरान समुद्र मंथन से अमृत कलश प्राप्त हुआ था। देवताओं और राक्षसों ने समुद्र मंथन और उससे निकले सभी रत्नों को आपस में बांटने का फैसला किया। समुद्र मंथन में जो सबसे मूल्यवान रत्न निकला, वह अमृत था। ऐसे में उसे पाने के लिए देवताओं और राक्षसों के बीच लड़ाई हुई। असुरों से अमृत को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने वह पात्र अपने वाहन गरुड़ को दे दिया. असुरों ने जब गरुड़ से वह पात्र छीनने का प्रयास किया, तो उस पात्र मे से अमृत की कुछ बूंदें छलक कर इलाहाबाद, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में गिरीं। यहीं कारण है कि तभी से हर 12 साल के अंतराल पर इन स्थानों पर महाकुंभ मेला आयोजित किया जाता है।


अधिसूचना के मुताबिक तहसील सदर के 25 गांव, तहसील सोरांव के तीन गांव, तहसील फूलपुर के 20 गांव और करछना तहसील के 19 गांव शामिल किए गए हैं। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच होगा। इस महाकुंभ के दौरान कुल 6 शाही स्नान होंगे। महाकुंभ जिले में विजय किरन आनंद को नए डीएम के रुप में नियुक्त किया गया है, राजेश द्विवेदी SSP की भूमिका निभाने वाले हैं।


 


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