Hamirpur Bhota Charitable Hospital: हिमाचल में भोटा चैरिटेबल अस्पताल को आज फिर से आमजन की सेवाओं के लिए खोला गया है। यह बंद नहीं होगा। प्रशासन ने सिंकदरपुर रवाना किए गए स्टाफ को वापस लौटने के आदेश दिए हैं।
हमीरपुर स्थित भोटा चैरिटेबल अस्पताल प्रबंधन की चिंताओं को दूर करते हुए सीएम सुक्खू ने लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन करने का फैसला किया है और संशोधन विधेयक 18 दिसंबर से ही हो रहे शीतकालीन सत्र में भी लाया जाएगा। इससे संबंधित सूचना मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिए हैं।
बता दे कि रविवार को ओकओवर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के संबंध में मीटिंग रखी गई जिसमें अधिकाकिरयों के साथ इस संबंध में चर्चा कर लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक लाने की मंजूरी दी गई है। सीएम ने संशोधित विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
किसी वरदान से कम नही अस्पताल
हमीरपुर स्थित राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा को 1 दिसंबर से बंद होने का नोटिस था जिसके बाद 29 और 30 नवंबर को जनता द्वारा शिमला-कांगड़ा हाईवे पर चार दिनों का प्रदर्शन किया। जिसके बाद सरकार ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए 30 नवंबर को मीटिंग बुलाई गई।
प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि यह अस्पताल लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है यह 25 किलोमीटर क्षेत्र के लोगों का फ्री इलाज किया जाता है। यहा ना केवल फ्री इलाज होता है बल्कि सस्ती दवाईयां भी मिलती है।
अस्पताल से जुड़ा क्या है मामला?
भोटा चैरिटेबल अस्पताल का कई सालों का करोड़ों रुपयों का GST पेंडिंग है। जिसके कारण अस्पताल की जमीन भी राधा स्वामी सोसाइटी के पास हस्तांतरित नहीं हो पाई है। जिसके चलते अस्पताल में अपग्रेडेशन का काम भी रुका हुआ है। हालांकि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी जमीन हस्तांतरण मामले में जल्द लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन करने का आश्वासन दिया है।
अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है राज्य सरकार- सीएम सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को ओक ओवर, शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और संशोधन विधेयक का मसौदा तैयार करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को राहत प्रदान करने और अस्पताल को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके।