Varanasi News: उत्तरप्रदेश के वाराणसी में एक पुजारी ने काली मां के प्रकट नहीं होने पर अपना गला काट लिया। पुजारी 24 घंटे से मां की साधना कर रहा था। जब उसका धैर्य खत्म हो गया तो उसने आत्मघाती कदम उठाया और धारदार चाकू से अपना ही गला काट लिया।
वाराणसी पुलिस ने पुजारी अमित शर्मा (45) के सुसाइड की पुष्टि की है। घटना रविवार शाम गायघाट पठानगली की है। यहां किराए के मकान में अमित शर्मा ने खुद का गला काटा। पुलिस ने कहा कि अमित शर्मा को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सूत्रों ने बताया कि पुजारी अमित शर्मा मां काली का परम भक्त था। वह शनिवार ही कमरे में बंद हो गया और 24 घंटे तक मां की पूजा-अर्चना करता रहा। अमित शर्मा का मानना था कि देवी प्रकट होंगी और उसे दर्शन देगी। पूजा करते समय पुजारी लगातार 'मां काली, दर्शन दे' का जाप करते रहा। कई घंटे बीत जाने पर वह निराश हो गया और उसने चाकू से अपना गला काट लिया।
सहायक पुलिस आयुक्त ईशान सोनी ने कहा- वह (पुजारी) जिद कर रहा था कि देवी काली उसके सामने प्रकट होंगी। जब ऐसा नहीं हुआ, तो उसने अपना गला काट लिया। उसे स्थानीय अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
मृतक पुजारी के मकान मालिक ने बताया कि अमित शर्मा पिछले 7 सालों से उनके यहां किराए पर रह रहा था। पुजारी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करता था। इसके साथ ही वह आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को धार्मिक यात्राओं पर ले जाता था। वाराणसी पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।