Uttrakhand News: नगर निगम के चुनाव शुरू होने से पहले भाजपा और कांग्रेस मेयर प्रत्याशियों में जुबानी जंग शुरू हो गई हैं। जहां कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी पर पार्षद प्रत्याशियों को डरा धमका कर परिचय वापस लेने का आरोप लगाया है। तो वहीं भाजपा ने निकाय चुनाव में गोकशी के आरोपी की पत्नी को पार्षद पद पर कांग्रेस के द्वारा प्रत्याशी बनाने पर जमकर आरोप लगाए हैं।
बता दें कि भाजपा प्रत्याशी दीपक बाली ने अपने चुनाव कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी पर पलटवार किया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी हार के डर की वजह से अर्नगल बयान बाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के ना तो किसी पार्षद के द्वारा किसी कांग्रेस पार्षद से फोन पर बातचीत की गई है और ना ही उनके या उनके साथ चलने वाले किसी व्यक्ति के द्वारा कांग्रेस के किसी प्रत्याशी को डराया धमकाया नहीं गया है।
जो भी कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, सभी आरोप निराधार हैं। दीपक बाली ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के दिए गए बयान को सुना है। जिसमें वह भाजपा के पार्षदों तथा प्रत्याशियों को धमकी भरे अंदाज में डरा रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी के पास अगर कोई सबूत है कि भाजपा के किसी पार्षद के द्वारा या उनके द्वारा किसी पार्षद को डराया या धमकाया गया है तो वह सार्वजनिक करें।
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनके पास इतना समय नहीं है कि वह फिजूल की बातों में अपना समय व्यर्थ करें। भाजपा प्रत्याशी दीपक बाली ने कहा कि अभी तो चुनाव शुरू हुआ है और चुनाव प्रचार में वह प्रचार के लिए निकले थे। उन्हें पता लगा कि कांग्रेस प्रत्याशी के द्वारा अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसकी वजह से प्रचार छोड़कर पत्रकार वार्ता करने आया हूं। आगे उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति की पत्नी को पार्षद पद की उम्मीदवार बनाया है। जिसके पति के खिलाफ गौ कशी के मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज है।