कई वर्षों बाद पटना के मोईन उल मैदान पर खेल जा रहे मुंबई और बिहार के बीच खेले जा रहे रणजी मुकाबले में गजब की ही रौनक देखने को मिली। हालांकि सोशल मीडिया पर मैदान के अंदर की खराब व्यवस्था को लेकर किए गए फोटोज और वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं। जिसको लेकर पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी मैदान की खराब और खस्ताहाल व्यवस्था को लेकर किए गए वीडियो को रिपोस्ट किया।
किंतु इस मुकाबले में मैदान की लचर व्यवस्था ने लोगों का ध्यान इतना अपनी ओर नहीं खींचा जितना इस रणजी एलिट ग्रुप मैच में बिहार के दो टीमों के मैदान में उतरने के विवाद ने अपनी ओर खींचा। दरसल इस मैच के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने दो-दो टीमों की लिस्ट जारी कर दी थी, जिसमे से एक लिस्ट बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्य़क्ष राकेश तिवारी तो वहीं दूसरी लिस्ट बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव द्वारा दूसरी लिस्ट जारी की गई।
बता दें कि मुकाबले से पहले बीसीए में आपसी कलह और विवाद पैदा हो गया आखिर कौन-सी और किसकी टीम मुंबई की टीम से मुकाबला करने मैदान में उतरेगी। जिसको लेकर दोनों टीमें ग्राउंड से बाहर आ गई और अंत में पुलिस की सहायता से सचिव पक्ष की टीम समेत सभी खिलाडियों को बस में बैठाकर वापस रवाना कर दिया। मुंबई से मुकाबला करने अध्यक्ष राकेश तिवारी की टीम मैदान पर उतरी।
इससे पहले यह पूरा घटनाक्रम खत्म होता कि कुछ अज्ञात हमलावरों नें बीसीए के ओसडी पर हमला कर दी दिया। उनके साथ मारपीट के साथ-साथ सिर पर पत्थर से भी हमला किया है। जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ने जाया गया। वहीं दूसरी ओर बीसीए सभी हमलावरों की पहचान कर रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार के हमले होने से रोके जा सके।