कार्तिक कृष्ण पक्ष की उदया तिथि अमावस्या और सोमवार का दिन है। अमावस्या की रात यानि दीवाली की रात बीत चुकी है। अमावस्या तिथि 28 अक्टूबर की सुबह 09 बजकर 09 मिनट तक है, इसके बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरु हो जाएगी। जिसके साथ ही गोवर्धन पूजा और बलि प्रतिपदा है का पर्व मनाया जाएगा। इस बार गोवर्धन पूजा 28 अक्टूबर,यानी आज है।
गोवर्द्धन पूजा तिथि, शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: सुबह 09 बजकर 08 मिनट से (28 अक्टूबर)
प्रतिपदा तिथि समाप्त: सुबह 9 बजकर 13 मिनट तक (29 अक्टूबर)
गोवर्द्धन पूजा मुहूर्त: दोपहर 03 बजकर 23 मिनट से शाम 05 बजकर 36 मिनट तक
अन्नकूट के अलावा आज के दिन गौ पूजा का विशेष महत्व है। देवल ऋषि की देवल स्मृति के अनुसार आज के दिन गायों की पूजा की जानी चाहिए । आज के दिन गायों को दुहा नहीं जाता, बल्कि उनकी सेवा की जाती है। आज के दिन गायों के सिंगों पर तेल और गेरू लगाना चाहिए और उनके खुरों को अच्छे से साफ करना चाहिए। ऐसा करने से गौ माता के आशीर्वाद से आपके ऊपर कभी भी कोई संकट नहीं आयेगा और आपकी तरक्की होगी।