देश की राजधानी जल रही है और नेता उस पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। देश में जब दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स डोनाल्ड ट्रंप उतर रहे थे तो दिल्ली में CAA के विरोध और समर्थन कर रहे प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए। दोनों तरफ से पत्थरों की बारिश और आगजनी हुई। इस हिंसक भिडंत में 22 लोग मारे गए और 200 लोग घायल हैं। ट्रंप तो चले गए अपने देश लेकिन ये CAA पर बवाल रुकने का नाम नहीं ले रहा है और अब कांगेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि...
सोनिया गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, ''यह एक सोचा-समझा पड्यंत्र था। दिल्ली चुनावों के समय में भी बीजेपी के नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए और डर व नफरत का माहौल बनाया।'' कपिल मिश्रा का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता के द्वारा पिछले इतवार को बयान दिया गया था, जिसमें उन्होंने दिल्ली पुलिस को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 72 घंटों में केंद्र और दिल्ली सरकार द्वारा जानबुझकर कार्रवाई नहीं की गई।
दिल्ली में हिंसा का शिकार हुए लोगों के प्रति सोनिया गांधी ने गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा, ''कांग्रेस परिवार कामना करती है कि सब घायल जल्द से जल्द ठीक हो। सोनिया ने कहा, ''कांग्रेस कार्यसमिति का मानना है कि केंद्र सरकार खासतौर पर गृह मंत्री इसके लिए जिम्मेदार है। गृह मंत्री को अपना इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली सरकार और दिल्ली के सीएम दोनों इसके लिए जिम्मेदार हैं। दोनों सरकार ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई, जिस कारण राजधानी इस त्रासदी का शिकार हुई। सोनिया गांधी ने केंद्र और दिल्ली सरकार से ये 5 सवाल पूछे...
1: पिछली इतवार से देश के पीएम कहां थे और क्या कर रहे थे
2: दिल्ली के सीएम कहां थे और क्या कर रहे थे
3: दिल्ली चुनाव के बाद से इंजेलिजेंस ने क्या जानकारी दी और क्या काम हुआ
4: दंगे वालों इलाकों में कितनी पुलिस लगाई गई
5: दिल्ली में हालात बेकाबू हो गए थे तो सेंट्रल और पैरामिलिट्री फोर्स क्यों नहीं बुलाया गया