कांग्रेस (Congress) ने पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) के लिए पहली सूची में 86 उम्मीदवारों के नाम शामिल कर लिए गए हैं। इस सूची में सबसे हैरान करने वाला फैसला यह है कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) अपने भाई को टिकट दिलाने के लिए सफल नहीं हो सके हैं। यह हालात तब है, जबकि सीएम के भाई ने चुनाव लड़ने के लिए जॉब छोड़कर वीआरएस ले ली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉक्टर मनोहर सिंह अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इस 86 उम्मीदवारों में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को चमकौर साहिब, नवजोत सिंह सिद्धू को अमृतसर पूर्व और सुखजिंदर सिंह रंधावा को डेरा बाबा नानक सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद को मोगा से टिकट मिला है। अभी हाल में मालविका ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी।
कांग्रेस की ओर से टिकट जारी होने के बाद कई नेताओं में रोष भी है। बता दें कि पंजाब में 14 फरवरी को वोटिंग होनी है। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। पंजाब में आवाज भी उठ रहे हैं कि कांग्रेस जल्द से जल्द सीएम का चेहरा जल्द घोषित किया जाए। इसे लेकर नवजोत सिंह सिद्धू भी कई बार यह मांग अप्रत्यक्ष तरीके से भी उठा चुके हैं। नवजोत सिंह सिद्धू कई बार यह कह चुका है कि आलाकमान के साथ ही पंजाब की जनता के लिए भी वही सीएम बनेगा, जो चेहरा जनलोकप्रिय रहेगा।
नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले दिनों भी यह कहा है कि उन्हें पंजाब को विकास की राह पर ले जाने का ब्लु प्रिंट है। उन्होंने कहा कि पंजाब को बेहद नुकसान हुआ है। अभी पंजाब के हित में ऐसे उठाने वाले काम किए जाने चाहिए, जिससे प्रदेश की जनता खुशहाली की राह पर हो सके। उन्होंने कहा कि सीएम चेहरा को लेकर कोई भी फैसला सामने न आए, लेकिन वो हमेशा पंजाब के हित के लिए ही हमेशा से कार्य करेंगे।