Uttar Pradesh Pollution: उत्तरप्रदेश की हवा में भी जहर घुल रहा है। प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है। मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, नोएडा और बुलंदशहर में 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हापुड़ प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI 512 दर्ज किया है। 492 AQI के साथ नोएडा दूसरे और गाजियाबाद तीसरे नंबर पर रहा। यहां का AQI 471 पहुंच गया है। नोएडा और गाजियाबाद में निर्माण काम और डीजल वाले वाहनों पर रोक लगा दी है।
4 जिलों में 12वीं तक के स्कूल बंद
प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ में 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। डीएम सीपी सिंह ने बुलंदशहर में आदेश जारी कर सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया है। गाजियाबाद के डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी बोर्ड के स्कूलों में पढ़ाई बंद रखने का निर्णय लिया है। नोएडा में भी स्कूलों में आउटडोर गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई है। बच्चों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प अपनाया जा रहा है।
निर्माण कार्य पर पूरी तरह रोक
नोएडा और गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निर्माण कार्यों पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। ग्रेप (GRAP) के चौथे चरण के तहत हापुड़ और नोएडा में सभी निर्माण गतिविधियां पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने रात के समय निर्माण स्थलों पर विशेष निगरानी रखने के लिए जॉइंट टीम बनाई है। हापुड़ में कूड़ा जलाने और अन्य प्रदूषणकारी गतिविधियों पर भी पाबंदी लगाई गई है। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है।