पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगलने वाला आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर को एफएटीएफ के ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए नई चाल चली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को जानकारी दी है कि मसूद अजहर परिवार समेत लापता हो गया है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह नई चाल इसलिए चली है ताकि भारत समेत पूरी दुनिया को गुमराह किया जा सके। क्योंकि उसे एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में शामिल होने से बचना है। बता दें कि 14 फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले और मुंबई हमले की मसूद अजहर ने ही ली। जिसके उपर भारत कड़ी कार्रवाई करने की मांग हमेशा से करता रहा है। वहीं मसूद अजहर को इंटरनेशल आतंकवादी अमेरिका घोषित कर चूका है। मिली जानकारी के अनुसार पेरिस में एफएटीएफ की 16 से 21 फरवरी तक बैठक चलेगी। जिसमें ग्लोबल मनी लांड्रिंग और टेरर फाइनेसिंग पर रोक लगाने की दिशा में पाकिस्तान की प्रोग्रेल का जायजा लिया जाएगा। पाकिस्तान बहरहाल एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट में है और अप्रैल तक उसे इस सूची से बाहर नहीं किया गया तो आखिरकार पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट यानी काली सूची वाले देशों के ग्रुप में डाल दिया जाएगा। यदि ऐसा हो जाता है तो उसके ऊपर ईरान की तरह गंभीर आर्थिक प्रतिबंध लागू होगा। पाकिस्तान को जून 2018 में एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाल दिया गया था और उसे एक कार्ययोजना पर काम करने के लिए अक्टूबर 2019 तक का समय दिया गया था।