दुनिया में शायद ही ऐसा कभी हुआ होगा, जब किसी देश में छोटा भाई राष्ट्रपति और बड़ा भाई प्रधानमंत्री हो, लेकिन श्रीलंका में ऐसा ही होने जा रहा है। हाल ही में राष्ट्रपति चुने गए गोटाबाया राजपक्षे ने बुधवार को अपने बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को देश के प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया है।
उधर, रानिल विक्रमसिंघे ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति गोताबाया से मंगलवार को मुलाकात की और श्रीलंका की संसद के भविष्य पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि संसद में उनकी सरकार को अभी भी बहुमत हासिल है और उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में राजपक्षे को मिले जनादेश को देखते हुए पद छोड़ने का फैसला किया है। उनके कार्यालय ने बुधवार को कहा, राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार के गोताभाया राजपक्षे से हारने पर यह कदम उठाया है। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे अपने भाई महिंदा राजपक्षे का नाम प्रधान मंत्री के रूप में नामांकित किया है।
तत्कालीन राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन ने विक्रमसिंघे को बर्खास्त करते हुए 26 अक्टूबर 2018 को म¨हदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। उनके इस कदम के बाद देश में असाधारण संवैधानिक संकट खड़ा हो गया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया था। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बाद में सिरिसेन के संसद भंग करने के निर्णय को भी अवैध ठहराया था। महिंदा 2005 में चुनाव जीते थे और लगातार दस साल राष्ट्रपति रहे। वह 24 साल की उम्र में 1970 में देश के सबसे युवा सांसद बन गये थे।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा पाक आने का आमंत्रण श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने स्वीकार कर लिया है। खान ने मंगलवार को राजपक्षे से फोन पर बात की थी और उन्हें चुनाव जीतने पर बधाई देने के साथ ही पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया था। गोतबाया राजपक्षे राष्ट्रपति 29 नवंबर को भारत आ रहे हैं।