पिछले एक साल से कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों की मांग का स्वागत करते हुए केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला ले लिया है। इससे संबंधित विधेयक को शीत सत्र में लोकसभा और राज्यसभा दोनों से मंजूरी मिल चुकी है। लेकिन इसके बावजूद किसान सीमा से हटने को तैयार नहीं है, उनका कहना है कि ये धरना तभी खत्म होगा जब उन की अन्य मांगे भी मान ली जाएंगी। इस पर बुधवार को मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने अपनी सभी मांगो को लेकर कहा कि 50-55 हज़ार मुकदमे जो आंदोलन के दौरान दर्ज़ हुए हैं वे वापस लिए जाएं, MSP गारंटी क़ानून बनें, जिन किसानों ने जान गंवाई है उन्हें मुआवजा मिले, जो ट्रैक्टर बंद हैं उन्हें ट्रैक्टर दिए जाएं। अब ये हमारे मुख्य मुद्दे हैं। सरकार को बातचीत करनी चाहिए।