आज अपने अंतिम दिन भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमण पांच हाई-प्रोफाइल मामलों में फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस की विदाई की सबसे अहम बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में आज पहली बार सेरेमोनियल बेंच की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया गया। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने अदालत की वाद सूची को गुरुवार देर रात अपडेट किया। सूची रात करीब 11:30 बजे जारी की गई। प्रधान न्यायाधीश द्वारा सुनाए जाने वाले पांच बड़े फैसले सूची में शामिल किए गए। शुक्रवार की सुबह भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति सीटी रवि कुमार और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ जिन पांच मामलों में फैसला सुनाए वह इस प्रकार है...
* 2007 गोरखपुर दंगों पर याचिका
* चुनावी मुफ्त योजना
* राजस्थान माइनिंग लीज इश्यू
* परिसमापन कार्यवाही पर विनियम
* कर्नाटक खनन मामला
चीफ जस्टिस का सफर
चीफ जस्टिस रमण आज 1 साल 4 महीने का कार्यकाल पूरा करके देश के मुख्य न्यायाधीश के पद से रिटायर हो रहे हैं। वहीं, जस्टिस यूयू ललित देश के नए मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे। बता दें कि एनवी रमण का जन्म आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नावरम गांव में 27 अगस्त 1957 को एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में 10 फरवरी 1983 में अभ्यास शुरू किया। 27 जून 2000 में उनको आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था और उसके बाद वे 2 सितम्बर 2013 को दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने। फिर चीफ जस्टिस रमण 17 फरवरी 2014 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने। उसके बाद उस पद पर न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे के सेवानिवृत्त होने पर वह 23 अप्रैल 2021 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किए गए।