Lal Krishna Advani: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को बुधवार देर रात दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार “उनकी हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है”। डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। एम्स ने अपने जारी बयान में बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।
गोरतलब है कि 31 मार्च को लाल कृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। बता दें कि आडवाणी का स्वस्थ्य ठीन नहीं होने की वजह से उन्हें राष्ट्रपति भवन नहीं पहुंच सके थे, जिससे कारण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके घर जाकर उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। औपचारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शामिल हुए थे।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री को उम्र संबंधी परेशानियों के चलते अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। वह 2014 के बाद से ही सक्रिय राजनीति से दूर हैं। हाल ही में उनकी तस्वीर सामने आई थी, जब एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे मिलने उनके घर गए थे और उनका आशीर्वाद लिया था।
राजनीतिक करियर
आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। कई वर्षों तक आडवाणी राजस्थान में आरएसएस प्रचारक के काम में लगे रहे। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी। वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं।