Kailash Gahlot Resigns: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। इसको लेकर उन्होंने एक पत्र लिखा है। कैलाश गहलोत ने अपने त्यागपत्र में हाल में हुए विवादों और अधूरे वादों का हवाला दिया।
मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे पत्र में नजफगढ़ से विधायक कैलाश गहलोत ने तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से अपना इस्तीफा दे दिया। वहीं, ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल को अलग से लिखे एक पत्र में उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी अपना इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने पत्र को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी साझा किया। पत्र में कैलाश गहलोत ने केजरीवाल के पूर्व आवास का संदर्भ देते हुए दावा किया कि पार्टी को शीशमहल जैसे शर्मनाक विवादों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय, ‘आप’ अपने खुद के एजेंडे के लिए लड़ने में व्यस्त है, जिससे दिल्ली वालों को बुनियादी सेवाओं की आपूर्ति रुक गई है।
अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि दिल्ली के मंत्री और विधायक के तौर पर जनता की सेवा का मौका देने के लिए आपका शुक्रिया। लेकिन मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी को आज भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के बजाय राजनीति हावी हो गई है कई सारे वादे अधूरे हैं। जैसे कि यमुना नदी जिसे की साफ़ करने का वादा किया गया था।
कैलाश गहलोत ने आगे लिखा, "एक दुखद बात यह भी है कि जनता के मुद्दों पर लड़ने के बजाय हम केवल राजनीतिक एजेंडे पर लड़ रहे हैं। अब यह साफ़ है कि अपना ज़्यादातर समय केंद्र सरकार से लड़ते हुए बिताने पर आम आदमी पार्टी सरकार दिल्ली के सही विकास को आगे नहीं बढ़ा सकती।"