प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। यह उनके मन की बात कार्यक्रम का 83वां एपिसोड था। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने देशवासियों से कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है, सावधान रहने की जरूरत है। PM मोदी ने आगे कहा 'मैं सत्ता में नहीं रहना चाहता, मैं तो सिर्फ केवल जनता का सेवक हूं।
उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत पर्व पंचायत से लेकर संसद तक मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, "देश दिसंबर के महीने में नौसेना दिवस और सशस्त्र सेना झंडा दिवस भी मनाता है। हम सभी जानते हैं कि 16 दिसंबर को देश 1971 के युद्ध का स्वर्ण जयंती वर्ष भी मना रहा है। इन सभी मौकों पर देश के सुरक्षा बलों को याद करता हूं, हमारे वीरों को याद करता हूं।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कहा, अमृत महोत्सव हमें देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है। अब आम जनता हो या देश भर की सरकारें पंचायत से लेकर संसद तक हर तरफ अमृत महोत्सव की गूंज है और इस पर्व से जुड़े कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, 'आजादी में अपने आदिवासी समुदाय के योगदान को देखते हुए देश ने आदिवासी गौरव सप्ताह भी मनाया है। इससे जुड़े कार्यक्रम देश के अलग-अलग हिस्सों में भी हुए। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लोगों ने जरावा और ओंगे जैसे आदिवासी समुदायों ने अपनी संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन किया।
आपको बता दें कि इससे पहले 24 अक्टूबर को प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान और जमीन के डिजिटलीकरण पर जोर दिया था। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बताया था कि भारत दुनिया का पहला देश है जो ड्रोन की मदद से अपने गांवों में जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर रहा है। यह सम्बोधन हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित किया जाता है। यह कार्यक्रम आकाशवाणी और दूरदर्शन के सभी चैनलों के माध्यम से प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा इसे ऑल इंडिया रेडियो के मोबाइल एप पर भी प्रसारित किया जाता है।