Haryana News: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में फर्जी बीपीएल कार्ड बनवाकर सरकारी योजना का गलत तरीके से फायदा उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत कुरुक्षेत्र, सोनीपत, हिसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत कई जिलों में लोगों ने फर्जीवाड़ा कर रखा है। एक हजार से ज्यादा परिवारों को बीपीएल श्रेणी से बाहर किया गया है और अब सरकार ने ऐसे परिवारों को 20 अप्रैल तक का समय दिया है, ताकि वे बीपीएल श्रेणी से अपना नाम कटवा लें।
सरकार ने आदेश जारी किया है कि जो लोग फर्जीवाड़ा करके बीपीएल की श्रेणी में शामिल हुए हैं। वह अपना नाम इससे कटवा लें, नहीं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में जिन परिवारों की आय 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है, उन्हें बीपीएल श्रेणी में रखा जाता है।
ऐसे परिवारों को मुफ्त राशन समेत की सुविधा दी जाती है, लेकिन सरकार के सामने यह बात आई है कि बहुत से लोग फर्जी दस्तावेज और सरकार को गलत जानकारियां देकर बीपीएल श्रेणी में शामिल हो गए हैं। ऐसे परिवारों की आय 1 लाख 80 हजार रुपये सालाना से ज्यादा है और इसके बावजूद गरीबों के लिए बनाई गईं सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। पिछले महीने भी 1609 परिवारों को बीपीएल सूची से बाहर निकाला गया है। फिलहाल प्रदेश में 51 लाख 96 हजार 380 बीपीएल परिवार हैं। सरकार ने फर्जी गरीबों को बीपीएल श्रेणी से बाहर निकालने की कवायद शुरू की है, ताकि सरकार ने जो योजनाएं गरीब परिवारों के लिए शुरू की हैं, उन्हें इसका लाभ मिल सके।
हिसार और सोनीपत में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा
अंबाला में 36, भिवानी में 106, दादरी में 12, फरीदाबाद में 20, फतेहाबाद में 82, गुरुग्राम में 84, हिसार में 145, झज्जर में 73 परिवारों को बीपीएल श्रेणी से निकाला गया है. इसके अलावा जींद 75, कैथल 40, करनाल 73, कुरुक्षेत्र में 175, महेंद्रगढ़ में 38, नूंह 17, पलवल में 46, पंचकूला में 3, पानीपत में 49, रेवाड़ी में 39, सिरसा में 73, सोनीपत में 145, यमुनानगर में 90 फैमिली को अब सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेने दिया जाएगा।