हरियाणा की मनोहर लाल सरकार की 'राइस शूट' नीति को किसान विरोधी करार देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि यह किसानों को धान की खेती से रोकने का एक और कदम है। जनहित के मुद्दों पर सीएम मनोहर लाल को सार्वजनिक बहस की चुनौती देते हुए शुक्रवार को सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि कैथल, जींद, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला और यमुनानगर जिले इस नीति के कारण बुरी तरह प्रभावित होंगे। जानकारी के लिए आपको बता दें कि राइस शूट नीति के तहत सिंचाई विभाग किसानों की धान की फसल के लिए सीमित समय तक नहरों को खोलता है।
वही, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, 'यह इस सरकार का एक और ऐसा किसान विरोधी कदम है जो धान की खेती को रोक देगा। कृषि विभाग को आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में हर साल करीब 35.13 लाख एकड़ भूमि पर धान की खेती की जाती है और राज्य लगभग 50 लाख टन धान पैदा करता है।
इसके अलावा सुरजेवाला ने कहा कि तीन जून को जारी की गई ताजा ‘राइस शूट’ नीति से लगता है कि सरकार धान की खेती को पूरी तरह खत्म करना चाहती है। सुरजेवाला के मुताबिक खट्टर सरकार की नयी नीति के तहत प्रति एकड़ शुल्क 100 प्रतिशत बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया है तथा पूरे राज्य में नहरों का पानी का उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।