हजारों गीतों को अपनी आवाज से अमर बनाने वाली 'बहुत ही सुरीली और शोख गायिका' आशा भोसले (Asha Bhosle) आज अपना 89 वां जन्मदिन मना रही हैं। आशा भोसले को भारतीय सिनेमा जगत की सर्वकालिक महान गायिकाओं में से एक माना जाता है। जिन्होंने करोड़ों लोगों पर अपने संगीत (music) का जादू बिखेरा है।
आशा भोसले का जन्म 8 सितम्बर 1933 में महाराष्ट्र (Maharashtra) के एक छोटे से गांव सांगली में हुआ था। आशा ताई ने ये सपना तो देखा था कि वह संगीत की दुनिया में नाम कमाएंगी, लेकिन उनको यह अंदाजा नहीं था कि एक दिन पूरी दुनिया उनको सलाम करेगी। आशा भोसले ने अपने करियर की शुरुआत 10 वर्ष की उम्र में मराठी फिल्म 'माझा बाला' में 'चला चला नव बाला...' गाना गा कर की थी। उसके बाद उन्होंने कई भाषाओं में गीत गाए। साथ ही उन्हें कुकिंग का भी बेहद शौक है।
गिनीज बुक में दर्ज है नाम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशा ताई अभी तक 20 से अधिक भाषाओं में करीबन 16 हजार गानों को अपनी आवाज दे चुकी है। इसी के साथ एकल स्टूडियो रिकॉर्डिंग के लिए उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है। उन्होंने हिंदी के साथ ही गुजराती, पंजाबी, मराठी, बंगाली, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा में भी गाने गाए हैं।
शादियां
आशा ताई को पर्सनल लाइफ में वो उपलब्धि हासिल नहीं हुई जो प्रोफेशनल लाइफ में उन्हें मिली। उन्होंने पर्सनल लाइफ में काफी मुसीबतें झेलीं। ताई ने पहली शादी दोगुनी उम्र के गणपतराव भोसले से परिवार के खिलाफ जाकर की। उनके साथ ससुराल में मारपीट भी की गई और एक दिन तो उन्हें बच्चों के साथ घर से ही निकाल दिया गया। उसके बाद उन्होंने करीब 6 साल छोटे राहुल देव बर्मन से शादी की।
अवॉर्ड्स व सम्मान
आशा भोसले को अनेक अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है। जिसमें 4 बीएफजेए अवॉर्ड्स, 2 नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स, 9 फिल्म फेयर अवॉर्ड्स, 18 महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स, 7 बेस्ट प्लेबैक सिंगर अवॉर्ड, लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, 2 ग्रैमी नॉमिनेशन सहित अनेक अवॉर्ड्स शामिल है। साथ ही आशा भोसले को 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा 'पद्म विभूषण' (Padma Vibhushan) से भी नवाजा जा चुका है।