गणेश चतुर्थी भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मनायी जाती है। मान्यता है कि, गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्नकाल में सोमवार को स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसीलिए ये चतुर्थी मुख्य गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी कहलाती है।
ये चतुर्थी कलंक चतुर्थी के नाम से भी प्रसिद्ध है और लोक परंपराओं के अनुसार, इसे गन्ना चौथ के नाम से भी जाना जाता है। तो आइए जानते हैं साल 2021 में गणेश चतुर्थी कब है, इसकी तिथि क्या रहेगी और क्या है गणेश चतुर्थी की पूजन विधि।
गणेश चतुर्थी 2021 शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी 2021 10 सितंबर, दिन शुक्रवार
चतुर्थी प्रारंभ 12:18 AM, 10 सितंबर
चतुर्थी समाप्त 09:57 PM, 10 सितंबर
गणेश चतुर्थी की पूजन विधि
चतुर्थी के दिन व्रती को प्रात:काल स्नानादि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए। इसके बाद सोने, चांदी, तांबे आदि की गणेश प्रतिमा को लेना चाहिए। एक कोरे कलश में जल भरकर उसके मुख पर कोरा वस्त्र बांध दें और उसके ऊपर गणेश जी की प्रतिमा को विराजमान कर दें।
गणपति जी को सिन्दूर और दूर्वा अर्पित करें। इसके पश्चात 21 लड्डुओं का भोग लगायें। इनमें से पांच लड्डू गणेश जी को अर्पित करके शेष लड्डुओं को गरीबों और ब्राह्मणों में बांट दें। सायंकाल के समय गणेश जी का पूजन करना चाहिए।